एसपी की बड़ी कार्रवाई, गोकशी के मामले में प्रभारी निरीक्षक, उप निरीक्षक समेत चार पुलिसकर्मी हुए सस्पेंड
बस्ती जिले के सोनहा थाना क्षेत्र के गदापुर चक गांव के दक्षिण बाग में मृत गोवंश मिलने के मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में एसपी आशीष श्रीवास्तव ने सोनहा थाने के प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार, उप निरीक्षक अनिल यादव, आरक्षी राहुल व विपिन सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। मामला यह है कि सोमवार की सुबह 10 बजे गदापुर चक गांव से लगभग 200 मीटर दक्षिण बाग में एक मृत गोवंश पाया गया था। गांव के कुछ लोगों ने इसकी सूचना सोनहा पुलिस को दी। मौके पर पहुंचे उप निरीक्षक अनिल यादव, सिपाही राहुल आदि ने ग्रामीणों की मदद से मृत गोवंश को जमीन में दफना दिया। जब इस बात की सूचना विश्व हिंदू महासंघ के जिलाध्यक्ष अखिलेश सिंह को मिली तो उन्होंने प्रकरण की जानकारी एसडीएम भानपुर व प्रभारी निरीक्षक सोनहा को दी। एसडीएम ने प्रभारी निरीक्षक के साथ मौके पर पहुंचकर शव को बाहर निकलवाया व पशु चिकित्सक डा. संतोष कुमार श्रीवास्तव से मृत गोवंश का पोस्टमार्टम कराया। गोकशी के मामले में उप निरीक्षक, प्रधान समेत 37 पर मुकदमा विश्व हिंदू महासंघ के जिलाध्यक्ष अखिलेश कुमार सिंह की तहरीर पर सोनहा पुलिस ने गदापुर चक गांव में हुए गोकशी के मामले में उप निरीक्षक अनिल कुमार यादव, ग्राम प्रधान पवन कुमार द्रिवेदी उर्फ मंटू दुबे सहित 18 ज्ञात व 20 अज्ञात के विरुद्ध गोवध निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
घटना को लेकर गांव में तनाव को देखते हुए पुलिस के साथ ही पीएसी भी तैनात कर दी गई है। पुलिस ने की मामला दबाने की कोशिश मृत गोवंश मिलने के मामले में पहले तो पुलिस ने मामले को दबाने का पूरा प्रयास किया और कहा गया कि बिजली की चपेट में आने से एक सांड की मौत हो गई है। उसी के शव को पंचनामा कराकर दफना दिया गया है। स्थानीय लोगों ने मामला दबता देख इस बात की सूचना हिंदू युवा वाहिनी व हिंदू महासभा के नेताओं को दे दी। उनके पहुंचने पर भी पुलिस गुमराह करती रही। डीएम के आदेश पर जमीन से निकाला गया गोवंश का शव जिलाधिकारी के निर्देश पर मौके पर पहुंचे उपजिलाधिकारी गिरीश कुमार झा की उपस्थिति में शव को निकलवाकर उसका पोस्टमार्टम कराया गया, जिसमें शव सांड़ की बजाए गाय का होने व उसकी गला रेत कर हत्या की पुष्टि हुई। तहरीर के आधार पर पुलिस ने उप निरीक्षक अनिल यादव, गदापुर चक गांव निवासी हारुन पुत्र हलीम,अबू हजी पुत्र मजीद, हबीब पुत्र वाहिद, तौहिद पुत्र इंसान,गुलाब पुत्र छेदी, मुबारक पुत्र हिसाब, सफीकुल्लाह हाजी पुत्र अज्ञात, इम्तियाज अली पुत्र गोजई, रज्जाक पुत्र अज्ञात, इश्क मिया पुत्र अज्ञात, जाहिद पुत्र अज्ञात, सलीम पुत्र गरीबुल्लाह, रसीद पुत्र अब्दुल वाहिद, तजामुल पुत्र अज्ञात, जुगुन पुत्र जमील, टिल्लू पुत्र अज्ञात निवासी गदापुर चक व अज्ञात 20 लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है। 10 आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार किया।
पुलिस ने जुबेर अहमद पुत्र मुहम्मद अली, सहाबुद्दीन पुत्र निवास अली, अब्दुल अहद पुत्र महबूब अली, तफसीर अहमद उर्फ जुगुनू पुत्र जमील अहमद,समीर अहमद पुत्र सब्बीर अहमद, अब्दुल कलाम उर्फ बुद्धू पुत्र मुहम्मद सलीम, फैनाज अहमद पुत्र जमील अहमद, अब्दुल रहीम पुत्र महबूब अली, मुहम्मद मारूफ पुत्र उस्मान व इकबाल उर्फ नन्हू पुत्र कियामत को गिरफ्तार कर लिया है। डीआइजी आरके भारद्वाज,एसपी आशीष श्रीवास्तव, अपर पुलिस अधीक्षक दीपेंद्र नाथ चौधरी ने घटनास्थल पर पहुंचकर ग्रामीणो से घटना के संबंध में पूछताछ की। गांव के अधिकांश पुरुष भागे, पुलिस व पीएसी तैनात गदापुर चक गांव में एक वर्ग विशेष के पुरुष घर छोड़कर भाग गए हैं। पुलिस क्षेत्राधिकारी अंबिका राम व सार्थक सेंगर, प्रभारी निरीक्षक रुधौली राम कृष्ण मिश्र, थानाध्यक्ष वाल्टरगंज योगेश सिंह आदि पुलिस बल के साथ मौजूद हैं। घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए गांव में पीएसी भी तैनात कर दी गई है।