कार सवार बदमाशो ने युवक को मारी गोली एक की मौके पर हुई मौत, दूसरा गंभीर हुआ घायल
जौनपुर के बदलापुर थाना क्षेत्र के असुआपार गांव में गुरुवार को दो युवकों पर गोली चला दी गई। ये घटना तब घटी जब दोनों युवक देर शाम काम करके अपने घर की ओर लौट रहे थे। जब इन दोनों को गोली लगी तो दोनों युवक गिर कर तड़पने लगे और एक युवक ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। जबकि एक को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना जमीन के विवाद को लेकर बताई गई है।
जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया…
महराजगंज थाना क्षेत्र के गोंदालपुर गांव निवासी शिव कुमार (35) और चचेरा भाई जितेंद्र (24) गुरुवार को बदलापुर थाना क्षेत्र के पुरालाल गांव में प्रधान के यहां इंटरलॉकिंग बिछाने गए थे। देर शाम एक ही बाइक से दोनों घर के लिए निकले। असुआपार गांव के पास कार से पहुंचे बदमाशों ने बाइक सवार भाइयों पर ताबड़तोड़ फायर झोंक दिया। गोली लगने से दोनों भाई घायल हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने आनन फानन में घायलों को सीएचसी बदलापुर भिजवाया। वहां डॉक्टरों ने शिवकुमार को मृत घोषित कर दिया। जबकि जितेंद्र की हालत गंभीर देख जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया।
एसपी ने भी लिया घटनास्थल का जायजा…
गोली मारकर हत्या किए जाने की सूचना मिलने पर भारी संख्या में पुलिस तैनात कर दी गई। गोंदालपुर गांव में महराजगंज और बदलापुर थाने की पुलिस तैनात की गई थी।सीओ, एएसपी ग्रामीण स्थित पर नजर रखे हुए थे। करीब नौ बजे एसपी डॉ. अजय पाल शर्मा भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने घटनास्थल का भी जायजा लिया। गोंदालपुर के प्रधान विनोद कुमार पाल ने बताया कि आबादी की जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। आरोप लगाया कि इसी विवाद में शिव कुमार की हत्या हुई है। मामले में पहले भी मारपीट हुई थी। पुलिस ने कार्रवाई भी की थी पर मामला हल नहीं हो सका था। इस बाबत सीओ बदलापुर अशोक कुमार सिंह ने कहा कि पट्टीदारों द्वारा गोली मारकर हत्या करने का मामला है। आरोपियों को पकड़ने के लिए दबिश दी जा रही है। इस मामले में तहरीर के आधार कार्रवाई की जा रही है। घटनास्थल पर रात तक बदलापुर समेत कई थानों की पुलिस डटी रही।
सालों से चल रहा था जमीनी विवाद…
असुआपार के पास गोली मारकर शिव कुमार की हत्या कर दी गई। उसका जमीन का विवाद करीब दो साल से चल रहा था। मृतक के चचेरे भाई शिवम ने कहा कि तीन दिन पहले ही विपक्षियों ने छह गोली मारने की धमकी दी थी। इसकी शिकायत पुलिस चौकी में की गई थी लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। शिवम ने कहा कि विवाद के कारण विपक्षी पट्टीदार बार-बार धमकी देते थे। उसको लेकर आपस में कुछ चर्चाएं भी होती थीं लेकिन मामला हल नहीं हुआ। जिसके बाद विपक्षियों ने बड़ी घटना को अंजाम दे दिया।