डिप्टी सीएम की मौजूदगी में भाजपा उम्मीदवार संगम लाल गुप्ता प्रतापगढ़ संसदीय सीट से 3 मई को करेंगे, अपना नामांकन
प्रतापगढ़। छठे चरण के नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई है। प्रतापगढ़ संसदी सीट से भाजपा के उम्मीदवार संगम लाल गुप्ता भी नामांकन पत्र ले लिए हैं और 3 मई को वह अपना नामांकन करेंगे। अपने नामांकन में वह सूबे के उप मुख्यमंत्री व भाजपा के पूर्व प्रदेशध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य को बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किया है। इसके लिए भाजपा संगठन के पदाधिकारियों की देखरेख में आमंत्रण पत्र छपवाए गए हैं। आमंत्रण पत्र वितरित होने से पहले भाजपा की नाराज टीम और विपक्षी दल के सक्रिय कार्यकर्त्ता उस आमंत्रण पत्र में कमी निकाल कर भाजपा उम्मीदवार संगम लाल गुप्ता को सवर्ण विरोधी होने का आरोप सोशल मीडिया के प्लेटफार्म पर कराना शुरू कर दिया है।
नामांकन से पहले आईटीआई के सामने होगी जनसभा, मुख्य अतिथि के रूप में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य नामांकन में होंगे शामिल
प्रतापगढ़ में सवर्ण समाज के कुछ कथित लोग बारात में दूल्हे के फूफा वाला रोल अदा करने में पीछे नहीं हैं। वह नाराज हैं कि अभी तक प्रतापगढ़ सांसद संगम लाल गुप्ता नया तौलिया लेकर उनका पैर छूने नहीं गए। उन्हें पिछड़ी जाति के संगम लाल गुप्ता से नाराजगी है। जबकि सपा व कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के संयुक्त उम्मीदवार डॉ एसपी सिंह को वह सवर्ण समाज का हितैशी मान रहे हैं। बहुतों को यह भी नहीं पता कि डॉ एसपी सिंह कुर्मी जाति से हैं और वह अपने नाम के आगे शौकिया सिंह लिखते हैं ताकि उनकी असल जाति पहचान में न आ सके। अब लोकसभा चुनाव में वह अपने नाम के आगे पटेल भी लिखने लगे हैं। इसके पहले सपा प्रत्याशी पूर्व एमएलसी डॉ एसपी सिंह ही लिखते थे और बहुत से ठाकुर भी उन्हें अपना रिश्तेदार बताया करते थे।
प्रतापगढ़ विधानसभा से साल-2017 में संगम लाल गुप्ता भाजपा और अपना दल एस के संयुक्त उमीदवार से रचा था, इतिहास
अब आते हैं असल मुद्दे पर। सनाग्म लाल गुप्ता साल-2017 में भाजपा और अपना दल एस के गठबंधन से प्रतापगढ़ विधानसभा का चुनाव लड़े और सपा उम्मीदवार व विधायक मुन्ना यादव को शिकस्त देते हुए बड़ी जीत हासिल की। यह बात विपक्षी दलों से अधिक भाजपा के सवर्ण समाज के नेताओं को अधिक अखरी थी। लोकसभा चुनाव- 2019 के लिए भाजपा से कई सारे दिग्गज नेता अपनी उम्मीदवारी को पक्का मान रहे थे, परन्तु विधायक रहते संगम लाल गुप्ता सबको पटखनी देते हुए प्रतापगढ़ के सांसद पद का भाजपा से उम्मीदवार बन गए और चुनावी में इतिहास रच डाला। कांग्रेस के अभेद दुर्ग रामपुर ख़ास विधानसभा में सेंधामारी करके पहली बार 25 हजार मतों से लीड लाकर प्रमोद कुमार को दांव दे दिया।
अपना दल एस के विधायक रहते नियम विरुद्ध तरीका अपनाकर भाजपा ने संगम लाल गुप्ता को बनाया था, प्रतापगढ़ संसदीय सीट का उम्मीदवार
जब अपना दल एस के विधायक रहते हुए संगम लाल गुप्ता भाजपा के उम्मीदवार बने और हलफनामा दिया कि वह भाजपा के उम्मीदवार हैं और चुनाव लड़कर सवा लाख की लीड से सपा और बसपा गठबंधन के उम्मीदवार पंडित अशोक त्रिपाठी को शिकस्त दी थी तो उस समय कोई सवाल नहीं उठाया कि एक ब्यक्ति अपना दल एस का पदाधिकारी और विधायक रहते भाजपा का सदस्य भी बना और उम्मीदवार भी बन गया। जबकि नियम यह है कि कोई ब्यक्ति सिर्फ एक ही दल का प्राथमिक सदस्य रह सकता है, परन्तु विधायक संगम लाल गुप्ता तो नियम कानून का मजाक बनाते हुए अपना दल एस से विधायक रहते भाजपा से सांसद पद का उम्मीदवार बन बैठे और चुनाव भी जीत लिए। बाद में विधायक पद से त्याग पत्र दे दिया।
सवर्ण विरोधी संगम लाल गुप्ता जब ढाई साल तक प्रतापगढ़ के विधायक रहे तो प्रतापगढ़ का मतदाता साल-2019 में सांसद क्यों बनाया…???
यक्ष प्रश्न है कि क्या प्रतापगढ़ में भाजपा के कथित दिग्गज नेता और विपक्षी दलों के नेता सहित सवर्ण समाज के कथित झंडाबरदार साल-2019 में कुम्भ्करनी नींद में थे। उस समय संगम लाल गुप्ता का विरोध क्यों नहीं किये। जब दूसरी बार भाजपा का शीर्ष नेतृत्व संगम लाल गुप्ता पर भरोसा जताया और उन्हें भाजपा का उम्मीदवार बनाया तो भाजपा के कथित दिग्गज नेता इसका विरोध क्यों नहीं किये ? अभी तक प्रतापगढ़ से भाजपा उम्मीदवार संगम लाल गुप्ता के टिकट बदलने की अफवाह सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही थी। छठे चरण के नामांकन की प्रक्रिया जैसे ही शुरू हुई तो भाजपा उम्मीदवार संगम लाल गुप्ता भी अपना नामांकन पत्र खरीदे और अपने नामांकन के लिए तैयारी में जुट गए।
सांसद संगम लाल गुप्ता के खिलाफ प्रतापगढ़ संसदीय सीट पर किया जा रहा है, दुष्प्रचार
नामांकन प्रक्रिया की कड़ी में एक कदम आगे बढ़ते हुए प्रतापगढ़ सांसद संगम लाल गुप्ता अपने नामांकन की तिथि का ऐलान किया और जब 3 मई को अपने नामांकन भरने के लिए आमंत्रण कार्ड छपवाए तो विपक्षी दलों और भाजपा के कथित दिग्गज नेताओं के पेट में दर्द उठने लगा और प्रतापगढ़ सांसद संगम लाल गुप्ता को एक षड्यंत्र के तहत सवर्ण विरोधी होने का आरोप लगाने लगे। कान न टोवई, कौआ खदेरई वाली कहावत को चरितार्थ करते हुए सांसद संगम लाल गुप्ता से जलन रखने वाले आमंत्रण कार्ड के एक प्रति को सोशल मीडिया के प्लेटफार्म पर कल से पोस्ट कर संगम लाल गुप्ता को कोसना शुरू किया कि आमंत्रण कार्ड में सवर्ण विरादरी गायब हैं। जबकि सच्चाई इसके उलट है।
विधानसभावार छपे हैं, नामांकन के लिए आमंत्रण पत्र
आमंत्रण कार्ड में ऊपर के लिफाफा एक तरह का है और अंदर कार्ड पांच विधानसभा के मद्दे नजर छपवाए गए। प्रतापगढ़ संसदीय सीट के अंतर्गत पांच विधानसभाएं हैं। रामपुर ख़ास विधानसभा में नागेश सिंह उर्फ छोटे सरकार को स्थान दिया गया तो विश्वनाथगंज विधानसभा में सहयोगी दल अपना दल एस के विधायक जीतलाल पटेल को स्थान दिया गया। प्रतापगढ़ विधानसभा में भाजपा के एकलौते विधायक राजेंद्र मौर्य को स्थान दिया गया। पट्टी विधानसभा में राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह और रानीगंज विधानसभा में अभय कुमार ओझा उर्फ धीरज ओझा को स्थान दिया गया। परन्तु भाजपा उम्मीदवार संगम लाल गुप्ता के विरोधी लोग सिर्फ विश्वनाथगंज विधानसभा का आमंत्रण पत्र जिसमें विधायक जीतलाल पटेल की इमेज लगी है, उसे ही सोशल मीडिया के प्लेटफार्म पर पोस्ट कर भाजपा उम्मीदवार संगम लाल गुप्ता को सवर्ण विरोधी करार दे दिया।
नामांकन के लिए आमंत्रण पत्र विधानसभा छपवाया गया है- आशीष श्रीवास्तव “भाजपा जिलाध्यक्ष”
भाजपा जिलाध्यक्ष आशीष श्रीवास्तव कहा कि वह भी सवर्ण समाज से हैं और आमंत्रण कार्ड में उनकी फोटो लगी है। साथ ही सभी विधानसभाओं के जनप्रतिनिधियों की फोटो आमंत्रण कार्ड में लगी है। हमारी पार्टी का नारा ही है कि सबका साथ, सबका विकास। फिर पार्टी की नीति से अलग जाकर कोई अपना सिद्धांत नहीं चला सकता। प्रतापगढ़ सांसद संगम लाल गुप्ता तो ब्राहमणों का पैर छूते हैं, उनका बड़ा सम्मान करते हैं। सर्व समाज को लेकर आगे बढ़ रहे हैं। लोकसभा के इस चुनाव में साल-2019 से भी बड़ी जीत प्रतापगढ़ के सम्मानित मतदाता दिलाने के लिए कमर कस लिए हैं। 4 जून को परिणाम में संगम लाल गुप्ता प्रतापगढ़ के पुनः सांसद निर्वाचित होंगे। सांसद प्रतापगढ़ संगम लाल गुप्ता ने कहा कि ऐसी सोच रखने वाले दूषित मानसिकता वाले होते हैं। उनका काम समाज को बाँटना होता है। प्रतापगढ़ की जनता समझदार है, वह 25 मई मतदान के दिन बिना कुछ कहे साल-2019 की तरह ईवीएम पर वोट की ऐसी चोट करेगी कि सारे लोग दंग रह जायेंगे।