यूपी में मुस्लिमों को रिझाने के लिए भाजपा करेगी उर्दू और अरबी भाषा में प्रचार, जानें क्या है प्लान
लखनऊ। लोकसभा चुनाव सर पर है। सभी राजनीतिक दल चुनाव की तैयारी में जुटे हैं। इस बीच उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी मुस्लिमों को रिझाने के लिए बड़ा फैसला किया है। भाजपा का अल्पसंख्यक मोर्चा यूपी की मस्जिदों-मदरसों पर प्रचार करेगी। मस्जिदों-मदरसों के आसपास उर्दू और अरबी भाषा में भाजपा के प्रचार अभियान की शुरूआत की गई है। लखनऊ की दरगाह हजरत कासिम शाहिद से प्रचार अभियान की शुरुआत हो गई है।
मस्जिदों-मदरसों के आसपास लगेंगे पोस्टर
मस्जिदों-मदरसों के आसपास उर्दू में फिर एक बार मोदी सरकार के पोस्टर लगाए जाएंगे।मुस्लिम समाज के बीच उर्दू साहित्य बांटा जाएगा। उर्दू में मन की बात पुस्तक का भी वितरण होगा।
अपनी उपलब्धियां गिनाएगी सरकार
पोस्टर में नारों के साथ सरकार की उपलब्धियों के बारे में भी बताया जाएगा। भाजपा चाहती है कि उनकी नीतियों के बारे में मुस्लिम समाज के लोगों को भी उर्दू और अरबी भाषा में जानकारी मिले। पोस्टर में मुस्लिम समाज के लिए किए गए कार्यों का भी जिक्र किया जा सकता है।
यूपी में भाजपा को मिली थी 62 सीटें
बता दें कि यूपी में लोकसभा की 80 सीटें हैं। साल 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा को 62, अपना दल (एस) को 2, बसपा को 10 और सपा को पांच सीटें मिली थी। इसके अलावा कांग्रेस को सिर्फ एक सीट मिली थी। भाजपा इस बार भी अधिक से अधिक सीटें जीतना चाहती है।