बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह की तीसरी पत्नी को बसपा ने जौनपुर से प्रत्याशी बनाकर भाजपा प्रत्याशी की मुश्किल कर दी राह
JAUNPUR. उत्तर प्रदेश में बसपा सुप्रीमों अब अपने में दांव पर दांव चली जा रही हैं। हालांकि इस बार बसपा के टिकट की खरीद बिक्री का असर तो कम दिख रहा है, परन्तु पार्टी की इज्जत बचाने के लिए बसपा सुप्रीमों मायावती कहीं बड़े ब्यवसायी को टिकट दे रही हैं तो कहीं माफियाओं पर एक बार फिर से दांव आजमाने में नहीं चूक रही हैं। उनके अपना ही नारा फीका होता दिख रहा है कि चढ़ गुण्डों की छाती पर, मुहर लगेगी हाथी पर…
बीजेपी उम्मीदवार कृपा शंकर सिंह और बसपा उम्मीदवार श्रीकला रेड्डी की लड़ाई का फायदा उठाएगा सपा व कांग्रेस का उम्मीदवार
भाजपा और सपा और कांग्रेस यानि इंडिया गठबंधन से टिकट पाने की इच्छा रखने वाले उम्मीदवार अब बसपा की तरफ पलायन करते हुए दिख रहे हैं। दागी और गुण्डों सहित माफियाओं पर राजनीतिक पार्टियों ने समय समय पर “राजनीतिक गीता” का ज्ञान दिया करती हैं। परन्तु चुनाव के समय उसी दागी और गुण्डों सहित माफियाओं पर फिदा हो जाती हैं और न न करते उन्हीं को अपना उम्मीदवार बनाकर चुनावी वैतरणी पार करने की जुगत करती हैं।
चरणवार नामांकन होने की तिथि जैसे-जैसे नजदीक आती जा रही हैं, उस चरण के लिए बसपा सुप्रीमों भी अपने पत्ते खोलती जा रही हैं। बहुजन समाज पार्टी ने अपना एक पत्ता 15 अप्रैल, 2024 को जौनपुर सीट पर और खोल दिया है। जौनपुर में बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह की पत्नी और जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीकला रेड्डी को टिकट देकर बसपा सुप्रीमों ने सनसनी फैला दी। यह जानकारी वरिष्ठ बसपा नेता डॉ. लाल बहादुर सिद्धार्थ ने दी है।
बाहुबली पूर्व धनंजय सिंह साल- 2009 में जौनपुर सीट से सांसद थे। श्रीकला रेड्डी ने सोशल मीडिया एक्स में लिखा जय भीम, जय जौनपुर। श्रीकला रेड्डी निर्दलीय जौनपुर जिला पंचायत की अध्यक्ष हैं। साल- 2019 में श्याम सिंह यादव ने यहां सपा-बसपा गठबंधन से चुनाव लड़ा था और बीजेपी के के. पी. सिंह चुनाव हार गए थे। साल- 2009 के चुनाव में धनंजय सिंह बसपा के टिकट पर यहां से सांसद चुने गए थे। श्रीकला बाहुबली धनंजय की तीसरी पत्नी हैं। इस बार बसपा ने उन्हें अपना उम्मीदवार बनाया है।
मोदी लहर में साल- 2014 के चुनाव में स्व. उमानाथ सिंह के बेटे के. पी. सिंह को भाजपा ने अपना उम्मीदवार बनाया और वह मोदी के नाम पर चुनाव जीत गए। जबकि साल- 2019 के चुनाव में भाजपा उम्मीदवार के. पी. सिंह को करारी हार का सामना करना पड़ा था। इस बार भाजपा ने अपना उम्मीदवार तो बदला, परन्तु बसपा उम्मीदवार के रूप में बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह की पत्नी और जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीकला रेड्डी को टिकट मिलते ही जौनपुर के चुनावी समीकरण भी बदलते नजर आ रहे हैं।
भाजपा के लिए चुनौती बनी पूर्वांचल की जौनपुर लोकसभा सीट पर इस बार मुकाबला दिलचस्प होने वाला है। बसपा ने जौनपुर के जिला पंचायत अध्यक्ष और बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला रेड्डी को अपना प्रत्याशी घोषित कर भाजपा और सपा व कांग्रेस के संयुक्त उम्मीदवार की राह मुश्किल कर दी है। चुनावी घोषणा के साथ बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय को सजा हो जाने के कारण उनकी चुनाव लड़ने की हसरत भले ही धरी की धरी रह गई हो, लेकिन जेल में रहते हुए वो अपनी पत्नी को चुनावी कुरूक्षेत्र में उतार कर सभी पार्टियों में हलचल बढ़ा दी है।
लोकसभा क्षेत्र जौनपुर में ब्राह्मण मतदाताओं की संख्या भले सबसे अधिक है, पर अब तक इस सीट पर राजपूतों का ही दबदबा रहा है। भाजपा ने जौनपुर सीट अपने खाते में लाने के लिए मुम्बई में कांग्रेस बड़े नेताओं में शुमार और महाराष्ट्र के पूर्व गृह राज्यमंत्री व महाराष्ट्र में उत्तर भारतीयों की आवाज के रूप में पहचाने जाने वाले जौनपुर के मूल निवासी और राजपूत बिरादरी के कृपाशंकर सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है। बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय ने कृपा शंकर की उम्मीदवारी घोषित होते ही अपनी उम्मीदवारी का ऐलान कर दिया था। पूर्व सांसद धनंजय सिंह को तब झटका लगा जब जौनपुर की एमपी-एमएलए कोर्ट ने अपहरण के मामले में सात साल की सजा सुनाकर जेल भेज दिया।