बसपा ने जारी की प्रत्याशियों की पहली लिस्ट, लिस्ट में 7 मुस्लिम प्रत्याशी, सपा और कांग्रेस को झेलना होगा नुकसान
लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी ने 16 प्रत्याशियों पहली लिस्ट शनिवार जारी कर दी है।इसमें 7 प्रत्याशी मुस्लिम हैं। ये 7 मुस्लिम प्रत्याशी उत्तर प्रदेश में इंडी गठबंधन के दलों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। सहारनपुर से माजिद अली, मुरादाबाद से मोहम्मद इरफान सैफी, रामपुर से जीशान खां, सम्भल से शौलत अली, अमरोहा से मुजाहिद हुसैन, आंवला से आबिद अली और पीलीभीत से अनीस अहमद खां उर्फ फूलबाबू को बसपा ने चुनावी मैदान में उतारा है।
किस जिले में कितनी मुस्लिम आबादी
बता दें कि रामपुर में 50 फीसदी से अधिक आबादी मुस्लिम है। मुरादाबाद में 47.12, संभल में 45 फीसदी, सहारनपुर में 42 फीसदी, अमरोहा में लगभग 38 फीसदी मुस्लिम मतदाता हैं। वहीं अन्य दो जिलों में भी मुस्लिम आबादी अच्छी संख्या में है। इंडी गठबंधन में शामिल कांग्रेस ने सहारनपुर से इमरान मसूद को चुनावी मैदान उतारा है। मुरादाबाद से सपा ने एसटी हसन को चुनावी मैदान में उतारा है। सपा ने रामपुर से प्रत्याशी के नाम का अभी तक ऐलान नहीं किया गया है। हालांकि माना जा रहा है कि सपा रामपुर से मुस्लिम प्रत्याशी को ही चुनावी मैदान उतारेगी।
क्या इंडिया गठबंधन को होगा नुकसान
संभल से सपा ने जिया उर रहमान वर्क को चुनावी मैदान में उतारा है।अमरोहा से कांग्रेस ने दानिश अली को चुनावी मैदान में उतारा है। आंवला से बसपा ने आबिद अली को चुनावी मैदान में उतारा है। पीलीभीत से सपा ने भगवत सिंह गंगवार को चुनावी मैदान में उतारा है। बता दें कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मुस्लिम मतदाता के साथ दलित और जाट मतदाता हैं, लेकिन यादव मतदाता नहीं है। जयंत चौधरी एनडीए गठबंधन के साथ हैं। ऐसे में अखिलेश यादव और कांग्रेस की निगाहें मुस्लिम मतदाताओं पर है, लेकिन बसपा द्वारा 7 मुस्लिम प्रत्याशी चुनावी मैदान उतारे जाने के बाद खतरा बढ़ गया है कि इंडी गठबंधन के घटक दल कांग्रेस और सपा को इन सीटों पर नुकसान झेलना पड़ सकता है।