‘छोटे दलों से हाथ मिलाकर ऐसे खेल बिगाड़ने वाली हैं बसपा सुप्रीमो मायावती, इन दलों से होने जा रहा गठबंधन
जब पूरे देश में एनडीए के विरोध में ज्यादातर विपक्षी दल एकजुट होकर गठबंधन बना रहे हैं तो बसपा सुप्रीमो मायावती अपनी एक अलग ही चाल चल रही हैं। बहुजन समाज पार्टी ने अपनी सियासी रणनीतियों को धार देते हुए एक बार फिर से छोटे-छोटे दलों से हाथ मिलाकर बड़ा खेल करने की तैयारी शुरू कर दी है। बहुजन समाज पार्टी से ताल्लुक रखने वाले नेताओं की माने तो मायावती इस लोकसभा चुनाव में उन छोटे-छोटे दलों से हाथ मिलाने की राह तैयार कर चुकी है जिनको विपक्षी दलों के गठबंधन समूह ने अपने साथ नहीं जोड़ा है। इसी कड़ी में मायावती जल्द ही हरियाणा में इनेलो के साथ अपना गठबंधन करने वाली है। जबकि कई अन्य राज्यों में भी सियासी बिसात बिछाई जा चुकी है।
बड़ा खेल करने की तैयारी में मायावती…
बसपा सुप्रीमो मायावती ने अभी तक किसी भी बड़े गठबंधन के साथ जाने से इनकार किया है। ऐसे में सियासी गलियारों में बड़ा सवाल यही उठ रहा है कि क्या मायावती छोटे-छोटे दलों के साथ गठबंधन कर कोई बड़ा खेल करने वाली हैं। सूत्रों के मुताबिक मायावती हरियाणा में इनेलो के साथ गठबंधन करने जा रही हैं। बहुजन समाज पार्टी के एक वरिष्ठ नेता कहते हैं कि इस बार यह गठबंधन मजबूती के साथ लोकसभा चुनाव में उतरेगा। दरअसल साल-2019 के लोकसभा चुनाव में भी मायावती ने इनेलो से गठबंधन किया था, लेकिन आपसी तकरार के चलते चुनाव से पहले ही ये गठबंधन टूट गया। दोनों दलों के नेताओं ने इस बार गठबंधन की नींव को मजबूती के साथ आगे बढ़ाने की योजना बनाई है। सूत्रों की माने तो बहुजन समाज पार्टी ने हरियाणा में 6 सीटों और इनेलो को चार सीटों पर लड़ने का ऑफर तैयार किया है।
पंजाब में अकालियों के साथ चुनाव मैदान में उतर सकती हैं मायावती…
इसी तरह पंजाब में भी मायावती की बहुजन समाज पार्टी और अकाली दल का गठबंधन लोकसभा चुनाव के लिए तय माना जा रहा है। आधिकारिक तौर पर लोकसभा चुनाव के लिए बसपा और अकाली दल की ओर से कोई बयान नहीं आया है। सूत्रों की मानें तो बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती के साथ सुखबीर बादल की दिल्ली में जनवरी के आखिरी सप्ताह में मुलाकात हो चुकी है। माना जा रहा है कि दोनों सियासी दल लोकसभा चुनाव में एक साथ आ सकते हैं। सूत्रों की माने तो बसपा और अकाली दल की नजदीकी इस वजह से और मजबूत हो रही है क्योंकि बसपा विपक्षी राजनैतिक दलों के गठबंधन समूह INDIA में शामिल नहीं हो रही है।