सीकर में एक्सीडेंट के बाद कार में लगी आग, एक ही परिवार के 7 लोग जिंदा जले
राजस्थान के सीकर में जीण माता मंदिर का दर्शन कर लौट रहा मेरठ का परिवार अपने पैतृक गांव जाना चाहता था, लेकिन वह परिवार रास्ता भटक गया था। इसी दौरान चूरू-सालासर स्टेट हाईवे पर उनकी कार पीछे से ट्रक में जा घुसी। कार में आग लग गई, जिससे 2 बच्चियों समेत 7 लोग एक ही परिवार के जिंदा जल गए। हादसे में हार्दिक बिंदल, उनकी पत्नी स्वाति, मां मंजू और बेटी सिदीक्षा और रिदीक्षा की मौत हो गई। मौसी नीलम गोयल और मौसेरे भाई आशुतोष गोयल की भी जान चली गई। हार्दिक के चचेरे भाई शुभम बिंदल ने बताया कि रविवार सुबह सभी जीण माता के दर्शन के लिए गए हुए थे।
हादसे के एक घंटे पहले आई थी कॉल…
हार्दिक के चचेरे भाई शुभम ने बताया कि एक्सीडेंट से 1 घंटे पहले करीब 1:30 बजे उसके मोबाइल पर हार्दिक का कॉल आया था। उसने बताया कि वह सभी पैतृक गांव भातवाड़ी जाना चाहते हैं। उस गांव की सही लोकेशन क्या है। शुभम ने हार्दिक को गांव का रास्ता बताया और गूगल लोकेशन भी भेज दी थी। शुभम ने बताया कि तय कार्यक्रम के अनुसार सभी लोगों को जीण माता मंदिर से रानी सती मंदिर (झुंझुनूं) जाना था।
इसके लिए फतेहपुर जाने की जरूरत नहीं थी। वहां से सीकर होते हुए झुंझुनूं का सीधा रास्ता है। मेरठ से निकलते समय इनका अपने गांव भातवाड़ी जाने का भी कोई प्रोग्राम नहीं था। शायद अचानक गांव जाने का कार्यक्रम बना होगा। अगर गांव जाना था तो इन्हें खंडेला होते हुए रास्ता लेना था। इसके चलते सभी रास्ता भटक गए और फतेहपुर पहुंच गए। परिवार के सदस्यों को यह भी नहीं मालूम कि ये गांव या सालासर गए भी थे या नहीं। रविवार के हुए इस हादसे में 7 लोगों की जिंदा जलकर मौत हो गई। हादसे का शिकार हुए हार्दिक के मामा त्य प्रकाश अग्रवाल मेरठ कैंट से चार बार भाजपा से विधायक रहे हैं। शवों को आज मेरठ लाया जाएगा।