पुलिस की कार्यशैली पर सीएम नाराज, कोतवाल और चौकी प्रभारी समेत चार निलंबित, डीजीपी से मांगी रिपोर्ट
सोशल मीडिया पर एक सीसीटीवी फुटेज वायरल होने के बाद बुलंदशहर पुलिस की जमकर फजीहत हो रही है। पूरे प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए मंगलवार को शासन ने भी डीजीपी से रिपोर्ट मांग ली है। यह वीडियो सोमवार को वायरल हुआ था। इसमें दिख रहा है पुलिस ने एक युवक की कार में तमंचा रखा और उसे अपराधी बनाकर जेल भेज दिया। पत्रिका उत्तर प्रदेश वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है।
हालांकि पुलिस की फजीहत होने के बाद सोमवार देर रात ही एसएसपी ने दोषी कोतवाल, कस्बा चौकी प्रभारी समेत चार पुलिस कर्मियों को निलंबित करते हुए दो होमगार्ड के खिलाफ भी विभाग को रिपोर्ट भेज दी थी। उधर, सोशल मीडिया पर इसका वीडियो वायरल होने के बाद शासन ने इसे गंभीरता से लेते हुए रिपोर्ट तलब की है। सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डीजीपी से रिपोर्ट मांगी है।
21 जुलाई की बताई जा रही घटना
एक हिन्दी अखबार में छपी खबर के अनुसार बुलंदशहर की शिकारपुर कोतवाली क्षेत्र के गांव करीरा निवासी अमित 21 जुलाई को अपनी ननिहाल गांव लोधई गया था। वापसी में शिकारपुर में पुलिस ने उसकी कार रुकवा ली। आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने उसकी कार में तमंचा रखकर बरामदगी दिखाते हुए उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। युवक तीन दिन जेल में रहा और फिर जमानत पर बाहर आया। सोमवार को अचानक सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो वायरल होने लगा। इसके बाद मामला शासन तक पहुंच गया।
सेना में जाने की तैयारी कर रहा था अमित
अमित के छोटे भाई अंकित ने बताया कि उसके भाई ने हाईस्कूल और पॉलिटेक्निक की परीक्षा पास कर रखी है। फिलहाल आर्मी की तैयारी कर रहा था और पिता के दुर्घटना में घायल होने पर उनके साथ खल की दुकान पर भी हाथ बंटा रहा था। परिजनों ने मामले में पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई और न्याय की गुहार मुख्यमंत्री से लगाई है। बुलंदशहर के एसपी क्राइम डॉ. राकेश मिश्रा ने बताया कि जांच रिपोर्ट के आधार पर कोतवाल राजेश कुमार चतुर्वेदी, कस्बा चौकी प्रभारी शुभम चौधरी, कांस्टेबल सुनील कुमार, कांस्टेबल धर्मेंद्र कुमार को सस्पेंड किया गया है।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पुलिस की कार्यशैली पर उठाए सवाल
वीडियो वायरल होने के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए सोशल साइट एक्स पर पोस्ट किया है। एसएसपी श्लोक कुमार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच एसपी क्राइम डॉक्टर राकेश मिश्रा को सौंपी है। सोमवार रात में ही एसपी क्राइम शिकारपुर कोतवाली पहुंचे और पूरे घटनाक्रम की जांच पड़ताल की। एसएसपी ने प्राथमिक जांच में दोषी पाए जाने पर सोमवार देर रात शिकारपुर कोतवाल राजेश कुमार चतुर्वेदी, कस्बा चौकी प्रभारी शुभम चौधरी, कांस्टेबल सुनील कुमार, कांस्टेबल धर्मेंद्र कुमार को निलंबित कर दिया।