सीएम ऑफिस से बोल रहे हैं,टेंडर चाहिए,अपराधियों ने जब लगाया लोगों को चूना,एसटीएफ ने दबोचा
लखनऊ। सरकारी अधिकारी बनकर विभिन्न विभागों में ट्रांसफर,पोस्टिंग और अन्य सरकारी कामों में हस्तक्षेप करने वाले दो लोगों को उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स(एसटीएफ)ने दो लोगों को लखनऊ के विभूतिखंड थाना क्षेत्र के समाज कल्याण कार्यालय तिराहे के पास बासमंडी रोड से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने गंभीर धाराओं में दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। फिलहाल दोनों को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर भेजा जाएगा।
यूपी एसटीएफ ने मुख्यमंत्री का प्रोटोकॉल अधिकारी और यूपी निवेश सचिव बनकर कई सरकारी दफ्तरों में दखल देने वाले रामशंकर गुप्ता उर्फ आशीष कुमार गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया है।रामशंकर पर आरोप है कि गोपनीय दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ के अलावा राजनैतिक पद,टेंडर दिलाने के नाम पर भी लोगों के साथ ठगी को अंजाम देता था।पुलिस ने राम शंकर के एक अन्य साथी अरविंद त्रिपाठी उर्फ गणेश त्रिपाठी उर्फ गुरुजी को भी गिरफ्तार किया है।दोनों बहुत शातिर हैं और कई दिनों से लगातार ठगी की घटनाओं के अंजाम दे रहे थे।लंबे समय तक रैकी करने के बाद इन्हें गिरफ्तार किया जा सका है।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक रामशंकर गुप्ता लखनऊ के अलीगंज थाना क्षेत्र के विष्णुपुरी कालोनी का रहने वाला है।अरविंद त्रिपाठी नई दिल्ली के अशोक विहार के त्रिनगर केशवपुरम का रहने वाला बताया जा रहा है।दोनों के पास से पुलिस ने कई अहम दस्तावेज भी बरामद किए हैं।पुलिस ने दोनों के खिलाफ विभूतिखंड थाने में आईपीसी की धारा 170, 419, 420, 467, 468, 471 और 120बी के तहत मामला दर्ज किया है।पुलिस पूछताछ के बाद अन्य पहलुओं पर भी जांच शुरू करेगी।