अमेठी में साथ रहने का दबाव बनाने पर सिपाही ने की थी महिला व्यवसायी की हत्या, पुलिस ने किया गिरफ्तार
अमेठी कोतवाली क्षेत्र के सुल्तानपुर रोड स्थित महिला व्यवसायी दिव्या अग्रहरि की हत्या मामले में पति के आरोप आखिरकार सही साबित हुए। इसी के साथ 36 घंटे तक पति आलोक अग्रहरि को हिरासत में लेकर मामले को दबाने की कोशिश भी फ्लाॅप हो गई। रविवार को हंगामे के बीच पुलिस ने किसी तरह देर रात हिंदू धर्म के रीति-रिवाज के विपरीत परिजनों पर दबाव बना कर सुल्तानपुर के गोमती नदी घाट पर शव का अंतिम संस्कार करवाया।
अंतिम संस्कार होने के बाद पुलिस ने पति की तहरीर पर सोमवार की सुबह औरैया जिले के फफूद थाना क्षेत्र के कनौति गांव निवासी व वर्तमान में डायल 112 में तैनात सिपाही रवि कुमार के खिलाफ केस दर्ज किया। केस दर्ज करने के बाद पुलिस पूरे दिन मीडिया कर्मियों को गुमराह करती रही। अंत में देर शाम पुलिस ने हाईप्रोफाइल मामले की मीडिया ब्रीफिंग करने के बजाए प्रेस नोट जारी कर महिला व्यवसायी के हत्या मामले का खुलासा करने का दावा किया।
पुलिस का दावा है कि सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपी सिपाही की पहचान होने के बाद ककवा मार्ग के पास से उसे गिरफ्तार किया गया। सिपाही ने पूछताछ में बताया कि सितंबर माह में डायल 112 पर तैनाती के दौरान मृतका और उसके पति के बीच झगड़े की सूचना पर उसके घर गया था। तभी से वह मृतका के संपर्क था। कुछ दिनों से दिव्या अग्रहरि और उसके बीच व्यक्तिगत बातों को लेकर बहस होने लगी। मृतका साथ रहने का दबाव बनाने लगी।
28 दिसंबर को सिपाही उसके घर पहुंचा और निजी बातों को लेकर कहासुनी के दौरान मृतका के दुपट्टे से गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को दरवाजे की कुंडी से लटका दिया। इसके बाद मृतका का मोबाइल ले जाकर तोड़कर फेंक दिया। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने सिपाही का चालान कोर्ट भेजा है।
किरायेदार से भी पुलिस ने की दो दिन तक पूछताछ…
शनिवार को दिव्या की मौत के बाद उसके मकान में रहने वाले एक किरायेदार को भी पुलिस ने हिरासत में लिया था, साथ ही चार अन्य लोग भी हिरासत में लिए गए थे। सूत्रों के अनुसार किरायेदार ने लाइट ऑन करने के लिए तीन बार दिव्या को फोन किया था, पर फोन नहीं उठा था। किरायेदार के परिजन दो दिन थाने के सामने ही बैठे थे।
मृतका ने सिपाही से थोक व्यवसायी को भेजवाए थे रुपये…
मृतका दिव्या कपड़ा का व्यवसाय करती थी। सूत्रों के अनुसार शहर के एक थोक व्यवसायी के खाते में दिव्या ने 11 नवंबर को रवि कुमार के खाते से 4600 रुपया भेजवाया था। घटना के बाद थोक व्यापारी ने भेजे गए पैसे का स्क्रीन शॉट मृतक के परिजनों को देने के साथ ही सार्वजनिक कर दिया। परिजनों का कहना था कि अक्सर पैसे के लेनदेन के लिए वह आता-जाता रहता था। वहीं चर्चा है कि पांच लाख रुपये की मांग सिपाही से मृतका ने की थी, इसी कारण सिपाही ने उसे मौत के घाट उतार दिया।
अलसुबह पुलिस ने दोबारा की कमरे की जांच…
रविवार अलसुबह पुलिस परिजनों को लेकर मृतका के घर पहुंची। जिस कमरे में दिव्या का शव मिला, उसी कमरे की पुलिस ने दोबारा जांच शुरू कर दी। मृतका के भाई और पति से गले में कसे हुए दुपट्टे की जानकारी लेते हुए कमरे की दोबारा वीडियोग्राफी भी की, उसके बाद पुलिस वापस चली गई।
सीएचसी पर दो बार मेडिकल होने की आई सूचना…
आरोपी सिपाही के मेडिकल के लिए दो बार अमेठी सीएचसी को विशेष तौर पर जानकारी दी गई, जिससे अस्पताल में सब तैयारियां पूरी कर ली गईं, लेकिन मीडिया के लोग भी सिपाही से बात करने के लिए अस्पताल में मौजूद थे। जिस कारण अमेठी सीएचसी में सिपाही को मेडिकल के लिए नहीं लाया गया।
मृतक के परिजनों से मिले जिला पंचायत अध्यक्ष…
घटना के बाद मृतक के घर जिला पंचायत अध्यक्ष राजेश अग्रहरि पहुंचे और पुलिस के उच्च अधिकारियों से निष्पक्ष जांच कराकर घटना में आरोपित पर कड़ी करवाई करने की बात कही। जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा पीड़ित परिवार बहुत सीधा है।
पति बोला किससे करते शिकायत…
मृतका के पति आलोक ने बताया कि तीन महीने पहले पत्नी से मामूली कहासुनी हुई थी, जिस पर सिपाही मौके पर आए थे। आरोपी सिपाही ने पत्नी का पक्ष लेकर काफी कुछ कहा, उसके बाद वह अक्सर घर आने लगा। आखिर पुलिस की शिकायत किससे करते।
कैमरे से बचने के लिए पीछे से आता था सिपाही…
चर्चा है कि दिव्या के घर के सामने अधिवक्ता के घर पर सीसीटीवी कैमरा लगा था, यह बात सिपाही को पता थी। यही कारण था सिपाही कैमरे से बचने के लिए घर के बगल पीछे से आता था। एएसपी अमेठी हरेंद्र कुमार ने बताया कि विवेचना के दौरान सीसीटीवी फुटेज व मृतका के मोबाइल की कॉल डिटेल की मदद से मामले का अनावरण किया गया है। मामले में आरोपी सिपाही रवि कुमार को गिरफ्तार करने के बाद उसका चालान कोर्ट भेजा गया है। मामले में निष्पक्ष व पारदर्शी ढंग से जांच करने के बाद कार्रवाई की गई है। सिपाही ने हत्या करने की बात स्वीकार की है।