सरकारी बजट को चट करना चाहते हैं, प्रतापगढ़ के भ्रष्ट अफसर
अयोध्या-प्रयागराज जिसे राम वन गमन मार्ग भी कहा जाता है। प्रतापगढ़ के रास्ते सुल्तानपुर, अयोध्या, गोंडा, बस्ती, बहराइच, बलरामपुर और गोरखपुर सहित नेपाल तक के श्रद्धालु संगम नगरी जा रहे हैं। जबकि प्रतापगढ़ का निकम्मा जिला प्रशासन और यहाँ के गैर जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों की वजह से महाकुंभ-2025 को चालू हुए एक सप्ताह हो गए, परन्तु चिलबिला से भुपियामऊ तक सड़क की पेंटिंग का कार्य कराया जा रहा है। यह कार्य रात्रि में भी किया जा रहा है और दिन में भी किया जा रहा है।
जहाँ एक तरफ करोड़ों लोगों का जनसैलाब संगम नगरी के लिए जा रहा है, वहीं जनपद प्रतापगढ़ के पीडब्ल्यूडी के भ्रष्ट अफसर अपनी जेब भरने के लिए बिना टेंडर निकाले चिलबिला से भुपियामऊ तक पहले पैच का कार्य कराकर लगभग 5 करोड़, 37 लाख रूपए डकार जाना चाहते थे। बात जब खुल गई तो अधिकारी और नेताओं की जुगलबंदी ने इसकी लीपापोती करके बजट लाये और NH-330 के अधिकारियों से NOC लाकर अब एक लेयर लेपन का कार्य कर रहे हैं, जिससे चिलबिला सोनावां से भुपियामऊ तक जाम ही जाम लगा रहता है।
सबसे अधिक समस्या पुलिस प्रशासन को है जो अपनी जान को जोखिम में डालकर सड़क के बीचोबीच खड़े होकर डिवाइडर का कार्य कर रहे हैं। भुपियामऊ से चिलबिला सोनावां तक NH-330 का चौड़ीकरण होना है। केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी प्रतापगढ़ आकर करोड़ों रूपये का धन आवंटित किया था। धन आवंटित भी हो गया, परन्तु कुम्भकर्णी नींद में सोये अफसर के महाकुंभ- 2025 मेले के मद्देनजर कार्य शुरू भी न कर सके।
लिहाजा मौके का फायदा लेकर लोक निर्माण विभाग खंड- 1 प्रतापगढ़ द्वारा सड़क मरम्मत के नाम पर भ्रष्टाचार के आकंठ डूबे अफसर चौड़ीकरण होने से पहले प्रांतीय खण्ड पीडब्ल्यूडी प्रतापगढ़ उत्तर प्रदेश शासन से 5 करोड़, 37 लाख रूपए का बजट पास कराकर पहले 90 फीसदी धन हजम करना चाहा। बाद में अब एक लेयर पेंटिंग का कार्य कराकर उसमें कुछ धन खर्च कर शेष धन हजम करने की ब्यवस्था बनाया गया है। मीडिया में खबरें प्रकाशित हुई तो अफसर और ठेकेदार दोनों मिलकर जनप्रतिनिधियों को अपने पाले में किया और खेल को दूसरा मोड़ दिया गया।
अफसरों के निकम्मेपन का नतीजा है कि महाकुम्भ- 2025 को चालू हुए एक सप्ताह हो गए और अभी अयोध्या से प्रयागराज की NH-330 की पेंटिंग का कार्य कराया जा रहा है। जबकि सूबे के मुखिया योगी जी कहते हैं कि उनके राज में भ्रष्टाचार को बर्दास्त नहीं किया जायेगा। देश के पीएम मोदी कहते हैं कि न खाऊंगा न खाने दूंगा। परन्तु प्रतापगढ़ के अफसर तो सरकारी बजट पर डकैती डालने में मस्त हैं। उन्हें न तो कोई भय पीएम मोदी का है और न ही सूबे के मुखिया योगी का है।