माफिया मुख्तार अंसारी से छिन गया डालीबाग का भूखंड,गरीबों के लिए एलडीए बनाएगा सस्ते मकान,जल्द शुरू होगा निर्माण
लखनऊ । जरायम की दुनिया का बेताज बादशाह माफिया मुख्तार अंसारी के लंबे अरसे से कब्जे में रहे राजधानी लखनऊ के डालीबाग में शत्रु संपत्ति के बड़े भूखंड को लखनऊ विकास प्राधिकरण ने बुधवार को शासन के आदेश पर छीन लिया। अभियंत्रण इकाई के अभियंताओं ने भूखंड की सफाई कराई। लगभग 2000 वर्गमीटर यानी 20,000 वर्ग फीट के इस भूखंड पर एलडीए गरीबों के लिए चार मंजिला दो अपार्टमेंट में 72 सस्ते फ्लैट बनाएगा। यानी 36-36 फ्लैट के दो अपार्टमेंट बनेंगे। गरीबों को ये मकान डूडा की ओर से आवंटित किए जाएंगे।अपार्टमेंट एक साल में बनकर तैयार होंगे।एलडीए एक हफ्ते में अपार्टमेंट का काम शुरू कर देगा।
मुख्य अभियंता अजय सिंह ने बताया कि अधिशासी अभियंता नवनीत शर्मा के नेतृत्व में भूखंड को कब्जे में लेकर पेड़-पौधों की कटाई, सफाई करवाई गई। इस जमीन पर अपार्टमेंट बनाने का ठेका 3.50 करोड़ में संगम इंटरप्राइजेज कंपनी को दिया गया है। गोरखपुर की यह कंस्ट्रक्शन कंपनी यूपी के कई शहरों में निर्माण कर रही है। एक फ्लैट की औसतन लागत 4.50 लाख रुपए आएगी।
आयकर विभाग ने माफिया मुख्तार अंसारी की डालीबाग में बेनामी संपत्ति जब्त की थी।यह गाजीपुर के तनवीर सहर के नाम से खरीदी गई थी। यह संपत्ति पहले मुख्तार की पत्नी अफशां अंसारी के नाम थी। बाद में मुख्तार अंसारी ने करीबी गणेश दत्त मिश्रा को बेचा। फिर गणेश दत्त ने इसे तनवीर सहर को बेचा। इससे सटा लगभग 2000 वर्ग मीटर का एक और भूखंड है। यह मुख्तार सिंडीकेट के एजाज उर्फ एजाजुल हक की पत्नी फहमीदा अंसारी के नाम पर है। इस भूखंड के ठीक सामने स्थित एक अन्य भूखंड को मुख्तार ने मां राबिया बेगम के नाम से खरीदा था। बाद में राबिया बेगम ने इसे मुख्तार के बेटों अब्बास और उमर अंसारी के नाम कर दिया था।
मुख्तार अंसारी के कब्जे वाले भूखंड को एलडीए ने अपने कब्जे में ले लिया है। यहां चार मंजिला अपार्टमेंट बनाने के आदेश दे दिए गए हैं। शनिवार तक इसका डिजाइन बन जाएगा। स्ट्रक्चर में कोई कमी न मिलने पर तत्काल निर्माण शुरू कर दिया जाएगा। डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी उपाध्यक्ष