अंतरराज्यीय अवैध हथियार सिंडिकेट का दिल्ली पुलिस ने किया भंडाफोड़, एनसीआर और हरियाणा में करते थे सप्लाई, दो आरोपी गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा अंतरराज्यीय अवैध हथियार सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया गया। इस कार्रवाई के दौरान पुलिस के स्पेशल सेल ने दो आरोपियों को भी गिरफ्तार किया। इस दौरान पुलिस की टीम ने आरोपियों के कब्जे से कई हाई क्वालिटी हथियार भी जब्त किए। पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार आरोपियों की पहचान यूपी के निवासी असरारुल हक (30) और राम प्रवेश सिंह (33) के रूप में हुई है। दोनों आरोपी कथित तौर पर मध्य प्रदेश के आपूर्तिकर्ताओं से हथियार खरीद के दिल्ली-एनसीआर और हरियाणा में अपराधियों को आपूर्ति कर रहे थे।
आरोपियों के पास से सेमी-ऑटोमेटिक पिस्टल (32 बोर) के साथ 2 अतिरिक्त मैगजीन और सिंगल-शॉट पिस्तौल जब्त की गई है। स्पेशल सेल को सिंडिकेट की गतिविधियों के बारे में जानकारी मिली थी और चार महीने से अधिक समय तक संदिग्धों पर नजर रखी गई थी।
सराय काले खां में जाल बिछाकर आरोपी को किया गिरफ्तार…
29 अप्रैल (मंगलवार) को विशेष खुफिया जानकारी मिली कि असरारुल हक और राम प्रवेश सिंह ने मध्य प्रदेश से पिस्तौलों की एक खेप प्राप्त की है और इसे दिल्ली लाया जा रहा है। खुफिया जानकारी के आधार पर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने सराय काले खां के पास जाल बिछाया, जहां संदिग्धों को पकड़ा गया। सिंडिकेट के अन्य सदस्यों की पहचान के लिए दोनों आरोपियों से आगे की पूछताछ की जा रही है।
‘नो गन-नो गैंग’ अभियान के तहत गिरफ्तार आरोपी…
बता दें कि इससे पहले 15 अप्रैल को दिल्ली में द्वारका जिले की स्पेशल स्टाफ पुलिस टीम ने ‘नो गन-नो गैंग’ अभियान के तहत राजस्थान आधारित अंतरराज्यीय अवैध हथियार सप्लायर गैंग के सरगना को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार आरोपी की पहचान आस मोहम्मद उर्फ बहरा के रूप में हुई थी, जो राजस्थान का निवासी है। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से 315 बोर की पांच देसी पिस्तौल और पांच जिंदा कारतूस बरामद किए थे।
द्वारका के डीसीपी अंकित सिंह ने बताया था कि आरोपी के खिलाफ पहले से ही राजस्थान और हरियाणा में आर्म्स एक्ट के तहत आठ मामले दर्ज हैं। हथियार सप्लायर की धरपकड़ के लिए स्पेशल स्टाफ की एक टीम गठित की गई थी। एसीपी राम अवतार के नेतृत्व में अभियान चलाया गया, जिसमें इंस्पेक्टर विश्वेंद्र ढाका, एएसआई रश्मुद्दीन, हेड कांस्टेबल बच्चू सिंह, देव प्रकाश, अजय और कांस्टेबल परमिंदर शामिल थे।