प्रतापगढ़। दो दिन पहले थाना- दिलीपपुर के अहियापुर में एक नाबालिग युवक को आधा दर्जन से अधिक अराजकतत्वों ने बेरहमी से पिटाई की और उसे मृत मानकर सुनसान इलाके में छोड़कर चले गए थे। घटना के कुछ देर बाद जब किसी की नजर दर्द से कराह रहे युवक शाकिब खान पर पड़ी तो भीड़ इक्कठा हो गई और उसकी पहचान होने के बाद उसके घरवालों को सूचना दी गई तो उसकी माँ शहनाज़ बानो अपने परिवार और नात रिश्तेदार को लेकर घटना स्थल पर पहुँची और बेटे की दशा देखकर घबरा गई। क्योंकि शाकिब खान के पिता विदेश में रहते हैं और मां जब अपने बेटे को मरणासन्न दशा में देखी तो वह खुद भी कुछ देर के लिए अचेत हो गई थी।
दिलीपपुर के इंचार्ज राधेश्याम त्यागी हल्की धाराओं में लिखना चाहते थे, मुकदमा
माँ शहनाज़ बानो के साथ पहुँचे लोग शाकिब खान को लेकर जिला अस्पताल प्रतापगढ़ आये, जहां उसे इमरजेंसी में भर्ती कर उसका ईलाज किया जा रहा है। शकीब खान को जब होश आया तो तब आप बीती घटना अपनी माँ शहनाज़ बानो को बताया। शकीब खान की माँ शहनाज़ बानो की तहरीर पर दिलीपपुर थाने में गंभीर धाराओं में चार नामजद और तीन अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया। हालांकि दिलीपपुर के थानेदार साहेब शुरू में पीड़ित पक्ष को ही थाने में बैठा लिए और तहरीर बदलवाने का दबाव बनाने लगे। दिलीपपुर थानेदार राधेश्याम त्यागी जी पीड़ित पक्ष के साथ ऐसा ब्यवहार कर रहे थे कि मानों आरोपी पीड़ित पक्ष ही हो।
फ़िलहाल थानेदार साहेब आरोपियों की तरफ से वकालत कर रहे थे, उनका पूरा बचाव कर रहे थे। थानेदार साहेब चाहते थे कि तहरीर में संशोधन हो जाता और गंभीर धाराओं वाला कंटेंट निकाल कर मामूली धाराओं में मुकदमा लिखकर औपचारिकता पूरी कर लेते, परन्तु पीड़ित की माँ शहनाज़ बानो अपने बेटे को न्याय दिलाने के लिए मजबूत चट्टान की तरह अड़ी रही। नतीजा यह रहा जी थानेदार साहेब को बिना तहरीर बदले मुकदमा दर्ज करना पड़ा और शाम तक उनका तवादाला दिलीपपुर थानाध्यक्ष पद से कोहंडौर थानाध्यक्ष पद पर हो गया और आज कोहंडौर थाने पर तैनात सब इन्स्पेक्टर विवेक मिश्र को दिलीपपुर का थानाध्यक्ष बनाया गया है।
किरकिरी होने के बाद थानेदार ने लिखा आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा
दिलीपपुर पुलिस कल सबसे पहले जिला अस्पताल पहुँची और वहाँ अपना ईलाज करा रहे शाकिब खान का मेडिकल मोयना कराया। अपरान्ह 14:11 बजे में अंततः चार नामजद और तीन अज्ञात पर मुकदमा दर्ज किया गया। नामजद आरोपियों में पहले स्थान पर शाकिब खान को फोन करके दिलीपपुर राजा साहेब के कालेज मैदान में बुलाने वाला कादिर, निवासी- देवजानी का पूरा थाना- कंधई, दूसरे नम्बर पर वसीम, निवासी- अहियापुर थाना- दिलीपपुर तीसरे नम्बर पर आशिफ उर्फ कल्लू निवासी-अहियापुर थाना- दिलीपपुर जो शाकिब खान के नाक पर पिस्टल से जोरदार चोट पहुँचाकर बेहोश किया था और चौथा नामजद आरोपी परवेज, निवासी- अहियापुर थाना- दिलीपपुर है।
पूरी घटना किसी फिल की कहानी से कम नहीं, क्योंकि जिस तरह फिल्मों की कहानी पर फिल्मांकन किया जाता है, ठीक उसी तरह शाकिब खान को पहले उसके परिचित से फोन कराकर उसे दिलीपपुर राजा साहेब के कालेज मैदान में बुलाया गया और शाकिब खान के पहुँचने पर आधा दर्जन से अधिक लोगों ने पहले उसे बंधक बनाया और उसकी आँख पर पट्टी बांधा, फिर मुंह में कपड़ा ठूंसा और बाइक पर बैठाकर सुनसान इलाके में ले गए। शाकिब खान के किसी मित्र को फोन कर बुलाने के लिए उस दबाव बनाया और ऐसा न करने पर उसके हाथ में असलहा रखकर फोटो खींचा और उसे सोशल मीडिया करने के धमकी दिया, फिर भी युवक नहीं माना तो उसे इतना मारा कि वह अधमरा हो गया।