अपने ही विभाग के भ्रष्टाचार से परेशान होकर हेड कांस्टेबल ने पुलिस अधीक्षक को दिया त्यागपत्र बोला-लानत है पुलिसकर्मी होकर भी अवैध काम नहीं रोक पा रहा
हरियाणा के पानीपत में अपने ही विभाग के करप्शन से तंग आकर हेड कांस्टेबल ने पुलिस अधीक्षक को त्यागपत्र भेज दिया है। अपने ही विभाग के पुलिस कर्मियों पर आरोप लगते हुए हेड कांस्टेबल आशीष ने बताया कि वह ट्रैफिक और अतिक्रमण की ड्यूटी पर पानीपत के तहसील कैंप में तैनात है। पुलिसकर्मी का आरोप है कि बीते 3 दिनों में उसने जुआ, नशा और अवैध शराब के मामले में कई लोगों को गिरफ्तार किया। आरोपियों को पकड़ने के बाद संबंधित थाना तहसील कैंप में सूचित किया था। हेड कांस्टेबल आशीष का आरोप है कि थाने के पुलिसकर्मियों ने मौके पर सादी ड्रेस में पहुंचकर जुआ खेलते पकड़े गए लोगों को भागने में मदद की। आशीष ने कहा कि पुलिस अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। कांस्टेबल ने लिखा कि पुलिस की शह पर चल रहे अवैध कार्य से तंग आकर इस्तीफा दे रहा हूं। आशीष ने अपने त्याग पत्र में ये भी लिखा है कि वह अपने सामने अवैध कार्य होते नही देख सकता।
उसने कहा कि वह आरोपियों को पकड़कर पुलिस के हवाले करता है। और बाद में कुछ पुलिसकर्मी उसे छोड़ देते हैं। साथी पुलिसकर्मी उन पर कार्यवाही न करके उन्हे मौके से भगाने में मदद करते हैं। उसने कहा कि वह ऐसे करप्शन का हिस्सा नहीं बनना चाहता। उसने कहा कि मैं नौकरी से इस्तीफा दे कर सन्यास ले रहा हूं। या तो विभाग मेरा इस्तीफा मंजूर करे या आरोपियों को भगाने वाले पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करे। फिलहाल पुलिस अधीक्षक शशांक कुमार सावन ने हेड कांस्टेबल के दिए गए त्याग पत्र को ओएसआई ब्रांच में जमा करने की बात कही है। हेड कांस्टेबल आशीष ने कहा कि वो पुलिस विभाग में चल रहे भ्रष्टाचार को लेकर गृह मंत्री अनिल विज को भी पत्र लिखेंगे। पुलिस की नौकरी लोगों की सेवा के लिये ज्वाइन की थी। भ्रष्टाचार करने के लिये नहीं की। आशीष ने कहा कि वो खेती बाड़ी करके अपना जीवन शांति से बितायेंगे लेकिन भ्रष्टाचार का हिस्सा कत्तई नहीं बनना चाहते।