प्रेम संबंध में बाधा बनने पर पत्नी ने प्रेमी और उसके साथी से करवाई पति की हत्या
बुलंदशहर नगर कोतवाली क्षेत्र में दक्ष गार्डन के निकट गत 29 नवंबर को देहात कोतवाली के गांव इलना निवासी विनोद कुमार की हत्या कर शव को फेंक दिया गया था। उनकी बाइक भी वहीं सड़क किनारे पड़ी मिली थी। मामले में अब पुलिस ने मृतक की पत्नी समेत तीन को गिरफ्तार कर राजफाश किया है। मृतक की पत्नी ने प्रेम संबंधों में बाधा बनने पर अपने प्रेमी व उसके साथी से पति की हत्या करा दी। आरोपियों ने पहले उसे शराब पिलाई और फिर गमछे से उसका मुंह भींच कर मौत के घाट उतारा। पुलिस ने तीनों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।
समाने आई विनोद की पोस्टमार्टम रिपोर्ट…
पुलिस लाइन स्थित सभागार में एसपी सिटी शंकर प्रसाद ने प्रेसवार्ता कर बताया कि 30 दिसंबर की सुबह को नगर क्षेत्र में दक्ष गार्डन के पास औरंगाबाद के गांव इलना निवासी विनोद का शव बरामद हुआ था। विनोद अपनी दुकान का सामान खरीदने के लिए 29 दिसंबर को घर से निकला था और उसके बाद से ही लापता चल रहा था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में विनोद की मुंह भींच कर हत्या किए जाने की पुष्टि हुई थी।
पति, प्रेमी और सहयोगी तीनों गिरफ्तार…
मृतक के पिता यतिपाल सिंह ने मामले में 31 दिसंबर को अपने पुत्र की हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने जांच करते हुए मृतक की पत्नी अंजू को स्याना अड्डे और आरोपी नेमपाल निवासी देवीपुरा प्रथम कोतवाली नगर और शाहिद निवासी आवास-विकास हाल निवासी ज्ञानलोक कॉलोनी कोतवाली नगर को घर से गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों की निशानदेही पर आरोपी शाहिद के घर से विनोद की हत्या में प्रयुक्त गमछा और मृतक विनोद का फोन भी बरामद कर लिया गया है।
ऐसे दिया हत्याकांड को अंजाम…
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि मृतक की पत्नी विनोद के आरोपी नेमपाल से संबंध थे, जिसकी जानकारी विनोद को हो गई थी। विनोद ने पत्नी अंजू के साथ मारपीट करते हुए नेमपाल से बातचीत करने के लिए मना कर दिया था। इससे नाराज होकर अंजू ने अपने प्रेमी नेमपाल व उसके साथी शाहिद के साथ मिलकर विनोद की हत्या की योजना बनाई। योजना के तहत जब विनोद दुकान का सामान लेने के लिए बुलंदशहर आया तो दोनों आरोपी नेमपाल व शाहिद उसे मिल गए। दोनों आरोपियों ने विनोद को दक्ष गार्डन के पास बुलाया। जहां, पहले शराब पिलाई और फिर नशे की हालत में गमछे से उसका मुंह भींच कर हत्या कर दी। इसके बाद आरोपी वहां से फरार हो गए। पुलिस ने पूछताछ कर तीनों आरोपियों का चालान कर दिया है।
पुलिस के साथ बनी सहयोगी, हाव-भाव से खुला राज…
पुलिस ने जब मामले की जांच शुरू की तो आरोपी पत्नी अंजू सहयोगी बन रही थी। वारदात के बाद 30 दिसंबर की सुबह वह अपने पति का शव देख कर बिलख भी रही थी। साथ ही पूछताछ के दौरान घर से दो सौ रुपये लेकर विनोद के निकलने की जानकारी भी उसने ही दी थी। बाद में पुलिस ने जब गहनता से जांच की तो अंजू के हाव-भाव से लगा कि उसे अपने पति की मौत का कोई खास दुख नहीं है। जब पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पूरा मामला खुल गया।