गर्भवती महिलाओं तक को चुनाव ड्यूटी से राहत नहीं, जबकि शिक्षक संघ के नेताओं की चुनाव की ड्यूटी कटी
प्रतापगढ़। लोकसभा चुनाव- 2024 के अंतर्गत जनपद प्रतापगढ़ में कुल 7 विधानसभा सीटें हैं। जिसमें कुंडा एवं बाबागंज विधानसभा कौशांबी लोकसभा के अंतर्गत आतीं हैं। कौशांबी लोकसभा का चुनाव 20 मई को होगा, जबकि प्रतापगढ़ लोकसभा सीट पर 25 मई को चुनाव होगा। प्रतापगढ़ लोकसभा सीट के अंतर्गत प्रतापगढ़, रानीगंज, पट्टी, विश्वनाथगंज, रामपुर खास विधानसभा आती हैं।
मेडिकल बोर्ड द्वारा दिए गए सुझाव को भी दरकिनार करके गर्भवती महिलाओं की लगाई गई है, चुनावी ड्यूटी
जिला निर्वाचन अधिकारी प्रतापगढ़ संजीव रंजन के राज में भेदभाव करने का आरोप लग रहा है। गर्भवती महिलाओं पर शिक्षक संघ के नेता भारी साबित हुए। अपनी नेतागीरी का लाभ उठाकर चुनाव ड्यूटी से स्वयं को तो मुक्त करा लिया, परन्तु गर्भवती महिला महिलाओं को चुनावी ड्यूटी से मुक्त नहीं कराया जा सका। जिलानिर्वाचन अधिकारी का यह कैसी ब्यवस्था है, जो दोषपूर्ण है और महिलाओं के प्रति भेदभाव करने जैसा रहा।
शिक्षक संघ के नेताओं के नेताओं से जिला कार्मिक प्रभारी मुख्य विकास अधिकारी की हुई है, डील
जिला कार्मिक प्रभारी मुख्य विकास अधिकारी ने शिक्षक संगठनों की बैठक करके उनसे सहयोग का आह्वान किया तो बदले में अपनी ड्यूटी कटवाकर शिक्षक संघ के नेताओं ने गर्भवती महिलाओं तक की ड्यूटी लगने का विरोध नहीं किया। अभी हाल ही में शासन ने शिक्षक संघ के अध्यक्ष एवं मंत्री को बायोमैट्रिक उपस्थिति से मुक्त किया था तो शिक्षकों में इसकी जोरदार चर्चा थी कि शिक्षकों के प्रतिनिधि खुद लाभ लेकर शिक्षकों की बलिदान करने में संकोच नहीं करेंगे। जिसकी बानगी इस चुनाव में दिख गई।
शिक्षक संघ के पदाधिकारी जो स्वयं को शिक्षकों के प्रतिनिधि कहते हैं, स्वयं लाभ के लिए शिक्षकों के बलिदान करने में नहीं करते, संकोच
शिक्षक संघों के जिलाध्यक्ष, ब्लॉक अध्यक्ष और मंत्रियों ने अपनी चुनाव ड्यूटी कटवा ली है। दूसरी तरफ गर्भवती महिलाओं की लगी चुनाव ड्यूटी पर चुप्पी साध ली है। ये कैसा संगठन जो अपने पदाधिकारियों के लिए ही कार्य करे ? सबसे पहले यदि चुनावी ड्यूटी से किसी किसी को मुक्त करना था, तो वह गर्भवती महिला शिक्षिकाएं थी। जिला कार्मिक प्रभारी मुख्य विकास अधिकारी क्या यह बता सकेंगे कि गर्भवती महिलाओं के साथ दोहरा मापदंड क्यों अपनाया गया ? एक शिक्षक संघ का नेता उनके लिए बहुत कुछ हो गया और वो महिला जो गर्भवती है, वह कुछ भी नहीं।