रानीगंज विधायक डॉ आर के वर्मा व उनके भाई और प्रतिनिधि समेत छह नामजद सहित पचास समर्थकों पर एफआईआर दर्ज
रानीगंज विधायक डॉ आर के वर्मा उनके भाई और प्रतिनिधि समेत छह नामजद और पचास समर्थकों पर एफआईआर दर्ज।राजकीय इंजीनियरिंग कालेज में पहुचकर कार्यदायी संस्था के कर्मचारियों को धमकाने, गाली-गलौज और सरकारी संपत्ति के नुकसान की दर्ज हुई एफआईआर। रानीगंज क्षेत्र के शिवसत में करोड़ो की लागत से निर्माणाधीन राजकीय इंजीनियरिंग कालेज में मानक विहीन कार्यों का स्थलीय निरीक्षण करने पहुचे थे विधायक। दो दिन पहले ग्रामीणों की शिकायत पर पहुँचे विधायक डॉ आर के वर्मा के हाथ लगाकर दीवार की मजबूती परखने पर भरभराकर दीवार ढह गयी थी। घटिया पीली ईंट से हो रहे निर्माण कार्यों और खराब मैटेरियल प्रयोग की विधायक ने उच्च स्तरीय की शिकायत थी।
आला अफसरों के निर्देश पर गुणवत्ता की जांच के लिये सैंपल भेजे गये हैं। विधायक की शिकायत के बाद मौके पर सरकारी इंजीनियर पहुंचे थे। अब नोएडा की कार्यदायी संस्था अमरोन्ट्रास इंफ्राटेक के पोजेक्ट मैनेजर ने विधायक और उनके भाई समेत छह नामजद और पचास अज्ञात समर्थकों पर दर्ज एफआईआर दर्ज कराई है। जिससे राजनीतिक गलियारे में चर्चाएं गर्म हो चुकी है। क्षेत्रीय लोगो की शिकायत पर मानक विहीन कार्यो का स्थलीय निरीक्षण करने पहुंचे विधायक रानीगंज डॉ आर के वर्मा के खिलाफ एफआईआर से प्रतापगढ़ से लेकर राजधानी तक सियासत गर्म हो चुकी है।
अब सड़क से लेकर संसद तक गूंजेगा प्रतापगढ़ में घटिया निर्माण का मुद्दा। निर्माणकार्यो में बड़े पैमाने पर चल रहे लूट खसोट का खुलेगा काला-चिट्ठा। कई बार स्थलीय जाँच करने पहुंचे अधिकारियों ने घटिया निर्माण के सम्बंध में ईंट से ईंट पर चोट पहुंचाकर उसे तोड़ दिया था और मीडिया की सुर्खियां बने थे। यही डॉ आर के वर्मा जब सत्ता पक्ष से अपना दल एवं अपना दल एस से विधायक हुआ करते थे तो उनके ऊपर मुकदमें नहीं लिखे गए। अपनी ही सरकार की कार्य प्रणाली पर डॉ आर के वर्मा कई बार सवाल उठा चुके हैं। जनमानस में इस बात की चर्चा है कि डॉ आर के वर्मा पर कंधई थाने में इसलिये निर्माण कराने वाली संस्था के मैनेजर ने मुकदमा लिखवाया क्योंकि वह अब समाजवादी पार्टी यानि मुख्य विपक्षी पार्टी के विधायक हैं।