गर्लफ्रेंड ने प्रेमी के साथ मिलकर दूसरे प्रेमी को उतारा मौत के घाट, शव को बोरे में भरकर जंगल में फेंका
उत्तर प्रदेश के बदायूं में प्रेम प्रसंग में एक युवक की हत्या कर दी गई। हत्या का आरोप मृतक के दोस्त और उसकी गर्लफ्रेंड पर लगा है। दरअसल, मृतक अपने दोस्त की गर्लफ्रेंड से प्यार करने लगा था। इसलिए उन दोनों ने मिलकर युवक को मौत के घाट उतार दिया। हफ्ते भर बाद इस हत्याकांड का खुलासा हुआ है।
आइए जानते हैं पूरी कहानी…
पूरा मामला बदायूं के थाना सिविल लाइंस क्षेत्र का है, जहां रोजगार की तलाश में शिवांशु गौतम की मुलाकात सनी नाम के लड़के से हुई। सनी ने शिवांशु को अपने साथ प्राइवेट नौकरी पर लगवाया। सनी पोस्ट में शिवांशु का सीनियर था। कुछ समय में ही सनी और शिवांशु आपस में इतने अच्छे दोस्त हो गए की एक दूसरे के घर पर भी आना-जाना शुरू हो गया। माता-पिता बिना रोक-टोक के दोनों को कहीं भी आने जाने देते थे। शिवांशु के पिता किराना की दुकान चलाते हैं। शिवांशु भी उनके साथ कभी-कभी दुकान पर बैठा करता था, लेकिन 2 अप्रैल की शाम 5:00 बजे शिवांशु अपने भाई अभिषेक से 2 घंटे में लौटने की बात कह कर बाइक से गया था पर देर रात नहीं लौटा।
कॉल डिटेल से खुली पोल…
खोजबीन के बाद अगले दिन शिवांशु के परिवार के लोगों ने पुलिस को भी यह सूचना दी। मगर पुलिस ने शुरू में प्रेम प्रसंग का मामला समझते हुए केस को हल्के में लिया। पुलिस को लगा कि वह एक-दो दिन में आ जाएगा, लेकिन जब 5 अप्रैल तक शिवांशु वापस नहीं आया तो बदायूं के सिविल लाइंस थाने में शिवांशु की गुमशुदगी दर्ज की गई। पुलिस ने जांच शुरू की और शिवांशु की कॉल डिटेल निकाली गई, जिसमें बदायूं के कादर चौक के गांव निजामाबाद की एक लड़की से शिवांशु की लंबी बातचीत पर नजर पड़ी। लड़की का नाम तनु (22) निकला जो कि शिवांशु के दोस्त सनी की प्रेमिका थी।
तनु और शिवांशु का आपस में परिचय सनी ने ही करवाया था। शिवांशु ने धीरे-धीरे तनु से बात करना शुरू किया. कई बार शिवांशु ने रुपये देकर तनु की मदद भी की, जिससे दोनों की नजदीकियां बढ़ने लगीं। ये सब सनी को खटकने लगा। सनी ने तनु पर शिवांशु से बात न करने का दबाव भी बनाया लेकिन शिवांशु तनु पर जोर डालकर बातचीत करता था और उससे मुलाकात भी करता था ।
तनु के करीब आना चाहता था शिवांशु…
तनु शिवांशु को लेकर सीरियस नहीं थी। इसीलिए तनु ने सनी (25)के साथ मिलकर शिवांशु (22) को ठिकाने लगाने का प्लान बनाया और 2 अप्रैल को शिवांशु को फोन करके बरेली बुलाया। पहले शिवांशु और तनु बरेली में घूमे और उसके बाद रात को कमरे में आए। जैसे शिवांशु और तनु कमरे में आए तो वहां पर पहले से घात लगाकर बैठे सनी ने शिवांशु पर हमला कर दिया. फिर सनी और तनु ने मिलकर शिवांशु का गला दुपट्टे से घोंट दिया।
रात भर कमरे में पड़ी रही शिवांशु की लाश…
शिवांशु की लाश पूरी रात कमरे में ही पड़ी रही। तनु और सनी आराम से सो गए। उसके बाद सनी ने लाश ठिकाने लगाने के लिए बरेली में एक सुनसान जगह देखी। उसने शिवांशु की लाश को बोरे में भरकर बाइक पर रखा और जंगल में फेंक दिया। पुलिस ने जब कॉल डिटेल के आधार पर तनु को हिरासत में लिया तो सख्ती की तो तनु ने सारी कहानी बयां कर दी। तनु की निशानदेही पर शिवांशु की लाश बरामद की गई और इस कांड का पर्दाफाश हुआ।
तनु ने पुलिस को पूछताछ के दौरान बताया कि शिवांशु से उसकी नजदीकियां काफी बढ़ गई थी, लेकिन वह शिवांशु को लेकर सीरियस नहीं थी। हालांकि, शिवांशु के साथ उसके संबंध भी बन चुके थे। जब शिवांशु जबरन करीब आने की कोशिश करने लगा तो उसे रास्ते से हटाने का प्लान बनाया गया। शिवांशु की हत्या के बाद उसके मोबाइल से अपने अकाउंट में 50 हजार रुपये भी ट्रांसफर कर लिए, लेकिन पकड़े जाने के डर से फिर से उसके अकाउंट में ऑनलाइन सेंड कर दिया।
पुलिस ने क्या कहा…
मामले में सीओ सिटी आलोक कुमार मिश्रा ने बताया कि शिवांशु की हत्या में शामिल उसकी कथित प्रेमिका तनु को गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही शिवांशु का दोस्त सनी कश्यप अभी फरार है। सनी ने बहुत ही चालाकी से शिवांशु का शव बरेली में ऐसी जगह पर डाला था जहां मरे हुए जानवर फेंके जाते थे। वहां काफी बदबू आया करती थी। अगर तनु की निशानदेही पर वक्त रहते पुलिस नहीं पहुंचती तो शिवांशु के शव को बरामद करना मुश्किल हो सकता था। फिलहाल सनी की गिरफ्तारी के लिए तीन टीम गठित कर दी गई है।
मृतक के परिजनों का प्रदर्शन…
उधर, बीते दिन शिवांशु की हत्या से नाराज उसके परिजनों ने मिलकर सड़क जाम कर दी। उनकी मांग थी की पुलिस आरोपियों का एनकाउंटर करे। परिजनों का यह भी आरोप है कि अगर पुलिस ने समय रहते कार्रवाई की होती तो शायद शिवांशु को जिंदा बचाया जा सकता था। कम से कम उसकी लाश तो वक्त पर मिल जाती।