बेटी की मौत की खबर सुन मायके पक्ष ने ससुराल वालों का फूंक दिया घर, सास-ससुर जिंदा जले
प्रयागराज। मुट्ठीगंज के सट्टी चौरा मोहल्ले में सोमवार देर रात उस समय भारी हंगामा मच गया, जब एक विवाहिता की मौत को लेकर मायका पक्ष से जुड़े लोगों ने बदले की भावना से ससुराल पक्ष के घर में आग लगा दी। आग लगाने की वजह नव विवाहिता द्वारा फांसी लगाकर आत्म हत्या कर लेने से हुई। नव विवाहिता की शादी अभी शादी हुए एक महीना ही हुआ था कि विवाहिता का शव उसके कमरे के अंदर फांसी के फंदे पर लटकता हुआ मिला। शव को देख लड़की के घर वालो में कोहराम मच गया। मायके पक्ष के लोगों ने ससुरालियों पर हत्या का आरोप लगाकर जमकर हंगामा किया। हंगामा के बीच मायके पक्ष के लोग उग्र हो गए और राजेंद्र केसरवानी के घर में आग लगा दी। देखते ही देखते राजेंद्र केसरवानी और उनकी पत्नी शोभा देवी जिन्दा जल मरे।
बदले की भावना से मायके वालों ने आग लगाकर सास व ससुर की जिन्दा जलाकर मार डालने की घटना अमानवीय रही
जानें क्या है, पूरा मामला
बता दें कि बीते माह फरवरी में झलवा की रहने वाली अंशिका केसरवानी की शादी मुट्ठीगंज के अंशु से हुई थी। अंशिका के परिजनों ने लड़के पक्ष की मांग को भी पूरा किया था। अंशिका के परिजनों का आरोप है कि सगाई के बाद से ही दहेज की अतिरिक्त मांग और की जाने लगी जिसे पूरा भी किया गया। सोमवार रात लगभग 10:30 बजे के बाद अंशिका के परिजनों को ससुरालियों के द्वारा सूचना दी गई कि उनकी लड़की ने अपने कमरे का दरवाजा दोपहर 3 बजे से ही अंदर से बंद करके रखा है। मौके पर जब अंशिका के परिजनों के साथ कई लोग पहुंचे और किसी तरह दरवाजा खोल तो अंदर अंशिका केसरवानी का शव पंखे से लटकता मिला। शव देख परिजनों में कोहराम मच गया।
अंशिका के परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप
अंशिका परिजन हत्या का आरोप लगाकर जमकर हंगामा करने लगे। परिजनों आरोप है कि अंशिका की हत्या कर उसे फांसी के फंदे पर टांग दिया गया है। मौके पर आसपास के रहने वाले लोगों की भीड़ जमा हो गई। आरोप है कि ससुराल पक्ष के लोगों ने बाहरी लोगों को भी मौके पर बुला लिया जिससे बात और आगे बढ़ गई। इसी बीच किसी ने मकान के निचले हिस्से को आग के हवाले कर दिया। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया और मकान के अंदर ऊपरी तल पर कई लोग फंसे रहे। पुलिस मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाने की कोशिश में जुट गई। पुलिस ने आग की लपटों के बीच फंसे कई लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित बाहर निकाला।
सास-ससुर को जिंदा फूंका
घटना की जानकारी पुलिस को मिली। सूचना पाकर मुट्ठीगंज पुलिस सहित कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने हंगामा कर रहे मायके पक्ष के लोगों को सख्ती से हटाया। आग की जानकारी फायर बिग्रेड को दी गयी। बामुश्किल आग पर काबू पाया गया। पुलिस ने मकान में बंद 5 लोगों का रेस्क्यू किया। आग बुझने के बाद जब पुलिस अंदर पहुंची तो वहां दो शव बरामद हुए। मृतकों की शिनाख्त लड़की के ससुर राजेंद्र केसरवानी और सास शोभा देवी के रूप में हुई है। पुलिस मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई कर रही है। ऐसी घटना किसी के घर में भी हो सकती है। जब तक यह तय न हो जाए कि नव विवाहिता की मौत कैसे और किस वजह से हुई, तब तक ससुराल पक्ष दोषी नहीं माना जाता। फिर कानून हाथ में लेकर जो हुआ वह स्वस्थ समाज में स्वीकार नहीं है।