रूस-यूक्रेन की पहली पसंद बनी मुरादाबाद की बनी घोड़े की नाल, जानें किस काम में करते हैं, इस्तेमाल
मुरादाबाद। उत्तर प्रदेश का मुरादाबाद पूरे विश्व में पीतल नगरी के नाम से जाना जाता है।यहां से पीतल के उत्पादन देश-विदेश में एक्सपोर्ट किए जाते हैं तो वहीं इन पीतल के उत्पादों पर चार चांद लगाने का काम करते हैं। मुरादाबाद के शिपलगुरु जो अपनी सुंदर-सुंदर नक्काशी से इन्हें और ज्यादा खूबसूरत और आकर्षित बनाते हैं। उन्हीं में से एक उत्पाद है घोड़े की नाल जो डेकोरेशन में इस्तेमाल होती है।इसके साथ ही लोग इसे अपने गेट के फ्रंट पर भी लगाते हैं।यह घोड़े की नाल रसिया और यूक्रेन में सबसे ज्यादा पसंद की जा रही है।
पीतल कारोबारी सलमान बताते हैं कि मुरादाबाद सहित आसपास के लोग घोड़े से निकलने वाली नल को ही प्रयोग में लाते हैं,लेकिन रसिया और यूक्रेन में पीतल की ही घोड़े की नाल इस्तेमाल की जाती है। इतना ही नहीं हैंगर में भी घोड़े की नाल का प्रयोग किया जाता है।जिस पर कपड़े टांगने का काम किया जाता है। सलमान ने कहा कि रसिया और यूक्रेन के लोगों की आस्था है कि वह अपने दरवाजे पर गुड लक लिखी हुई घोड़े की नाल लगाएंगे तो बुरी आफतों से बचे रहेंगे।यही वजह है कि वहां के लोगों को यहां की बनाई हुई पीतल की घोड़े की नाल बेहद पसंद आती है।
सलमान ने कहा कि यह घोड़े की नाल आपके बजट पर निर्भर करती है।आप अपने बजट के हिसाब से इसे तैयार कर सकते हैं,लेकिन छोटी सी छोटी कीमत की बात करें तो 20 में आपको घोड़े की नाल मिल जाएगी।इसके साथ ही इसके साइज की बात करें तो यह भी आपके ऊपर डिपेंड करता है। आप अपने हिसाब से तैयार करा सकते है। सलमान ने कहा कि रूस और यूक्रेन से वैसे तो अब कारोबार बहुत डाउन हो गया है,लेकिन फिर भी यह घोड़े की नाल सबसे ज्यादा वहीं के लोगों को पसंद आती है।आसपास सहित आदि लोग इस शोक में भी यूज करते हैं।