इंस्पेक्टर ने बताया कि घटना में सारिका श्रीवास्तव की मौत हुई है। पति श्याम जी श्रीवास्तव ने बताया कि निजी कंपनी में सेल्स मैनेजर है। उन्होंने बताया कि रोजाना की तरफ खाना खाने के बाद पत्नी सारिका छत पर टहल रही थी। देर रात करीब 12 बजे उन्हें अचानक से घर के सामने वाले हास्टल में कुछ सात से आठ लोग आते दिखे। यही नहीं हास्टल के लड़कों के साथ मारपीट करने लगे।
चीख-पुकार सुनकर पत्नी सारिका ने छत से ही उन लोगों से विवाद करने से मना किया। इस बात पर वह लोग कुछ कदम पीछे हटे और लौट गए। धमकाते हुए जाने लगे कि पुलिस बुलाओगे। इसके बाद लौटे और अलग-अलग दो तमंचों से पांच राउंड फायर कर दी। जिनमें से दो गोलियां पत्नी के सीने में लग गई। 

घटना के बाद से इलाके में अफरा-तफरी मच गई। भीड़ एकत्रित होते देख सभी फरार हो गए। पड़ोसियों की मदद से ट्रामा सेंटर पहुंचाया, जहां इलाज के दौरान डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। मृतका के परिवार में पति के अलावा एक बेटी और दो बेटे हैं।

घटना स्थल से बरामद की की गई लड़की…

स्थानीय लोगों ने बताया कि सूचना देने के बाद एडीसीपी उत्तरी जितेंद्र कुमार दुबे, एसीपी बृज नारायण सिंह, इंस्पेक्टर समेत अन्य लोग मौके पर पहुंचे। वहां से एक युवती, हास्टल से असलहा समेत अन्य चीजे बरामद की है। लेकिन पुलिस कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।

दिन भर होती है अराजकता…

मृतका के पति ने बताया कि गली में 12 से 13 हास्टल चलते हैं। इस हास्टल में जितने छात्र भी रहते हैं, वह कहीं नहीं पढ़ते हैं। दिनभर शराब और नशे का अड्डा बन रखा है। हास्टल मालिक से विरोध किया तो कई बार कह चुका है कि किसी को भी रखे। आप लोगों से क्या मतलब। इसके चलते दिनभर घर का दरवाजा बंद रखते हैं।