बिहार के मुजफ्फरपुर से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया। यहां दो लाख रुपये के लिए एक नवविवाहिता की निर्मम हत्या कर दी गई। ससुराल वालों ने दहेज के लालच में नवविवाहिता की हत्या कर सबूतों को मिटाने के लिए बॉडी को जला दिया। घटना बरियारपुर थाना क्षेत्र के बाजीतपुर अशोक गांव की है। यहां दहेज के लालची ससुराल वालों ने दो लाख रुपयों के लिए इस खौफनाक वारदात को अंजाम दिया।
दो लाख रुपये और एक चेन के खातिर नवविवाहिता की हत्या कर सबूत मिटाने के लिए शव को जला दिया गया। तीन महीने पहले जून में नवविवाहिता निशा की शादी हुई थी। परिजनों ने खुशी-खुशी बेटी को विदा किया था। शादी के बाद से ही ससुराल पक्ष के लोग निशा को दहेज में दो लाख रुपये और सोने की चेन लाने के लिए दबाव बना रहे थे।
सबूत मिटाने के लिए जला दिया शव
जब निशा ने इस बात से इनकार किया तो ससुराल में लोगों ने उसके साथ मारपीट शुरू कर दी। आरोप है कि 15 अगस्त के दिन निशा की हत्या कर गांव में ही शव को जला दिया गया। बेटी की मौत की सूचना पर उसके परिजन भी गांव पहुंचे। लड़की पक्ष के लोगों ने थाना में जाकर शिकायत दर्ज करवाई है। मृतक के दादा केसर सहनी ने बताया की उनकी पोती की शादी बाजीतपुर अशोक गांव के अच्छेलाल मुखिया के बेटे जीतेन्द्र मुखिया के साथ 1 जून 2024 को हुई थी। शादी काफी धूम-धाम से की गई थी और लड़की के घरवालों ने अपनी हैसियत से ज्यादा दान दहेज दिया था।
पीड़ित परिवार ने दर्ज करवाया मामला
लेकिन शादी के कुछ दिनों बाद से ही ससुराल वालों ने दहेज में दो लाख नकद और सोने की चेन की मांग करनी शुरू कर दी। निशा पर ससुराल वाले लगातार दबाव बना रहे थे। निशा ने मायके में पूरी बात बताई लेकिन, मायके के लोग आर्थिक तंगी से इतनी बड़ी रकम देने में असमर्थ थे। दहेज की रकम नहीं लाने पर ससुराल वालों ने निशा को प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। स्वतंत्रता दिवस के दिन दहेज लोभी ससुराल वालों ने निशा को मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद सबूत मिटाने के लिए शव को गांव में ही जला दिया गया। घटना को अंजाम देने के बाद सभी आरोपी घर छोड़कर फरार हो गए। फिलहाल पुलिस सभी की तलाश कर रहे हैं।