प्रयागराज के सभी स्नान घाटों को सुरक्षित बनाने एवं वहां सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराने के दृष्टिगत मंडल आयुक्त ने ली बैठक, परन्तु बैठक में नहीं दिखे अधीनस्थ
पक्के घाटों पर जिन कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाती है उनके नाम, पदनाम एवं मोबाइल नंबर के साथ अन्य आवश्यक नंबर्स एवं शासन द्वारा जारी की गई एडवाइजरी लगाने को कहा, कच्चे घाटों पर कार्य कराने के लिए आने वाले खर्चे हेतु जिलाधिकारी को जिला पंचायत की तरफ से व्यवस्था सुनिश्चित कराने के दिए निर्देश…
प्रयागराज। जनपद प्रयागराज के सभी स्नान घाटों को सुरक्षित बनाने एवं वहां सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराने के दृष्टिगत मंडल आयुक्त संजय गोयल ने आयुक्त कार्यालय स्थित गांधी सभागार में सभी संबंधित विभागों की आज बैठक ली जिसमें घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था बनाने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। उन्होंने वर्तमान में प्रयागराज के सभी 14 स्नान घाटों पर क्या मूलभूत सुविधाएं दी गई हैं, उनके मेंटेनेंस हेतु कौन से विभाग जिम्मेदार हैं तथा सुरक्षा के दृष्टिकोण से क्या इंतजाम किए गए हैं उसकी जानकारी लेते हुए संबंधित अधिकारियों को हर घाट पर अनिवार्य रूप से सफाई, लाइट, साइनेज एवं बैरिकेडिंग के इंतजाम करने को कहा। पक्के घाटों पर चेंजिंग रूम, टॉयलेट की व्यवस्था भी कराने को कहा। फ्लोटिंग जेट्टी के माध्यम से बैरिकेडिंग कराने का भी सुझाव दिया। पक्के घाटों पर जिन कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाती है उनके नाम, पदनाम एवं मोबाइल नंबर के साथ अन्य आवश्यक नंबर्स एवं शासन द्वारा जारी की गई एडवाइजरी लगाने को कहा। कच्चे घाटों पर कार्य कराने के लिए आने वाले खर्चे हेतु जिलाधिकारी को जिला पंचायत की तरफ से व्यवस्था सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। हर घाट पर राजस्व एवं पुलिस विभाग के एक-एक अधिकारी की जिम्मेदारी भी तय की जाएगी।
यह अवगत कराए जाने पर कि जनपद के 14 घाटों में से 7 पक्के एवं अन्य 7 कच्चे घाट हैं, उन्होंने सभी पक्के घाटों पर चेंजिंग रूम, टॉयलेट्स एवं नहाने योग्य गहराई दर्शाने हेतु बैरिकेडिंग कराने के निर्देश दिए। इसी क्रम में सिंचाई विभाग के अधिकारियों को बैरिकेडिंग कराने से पहले गहराई का आकलन भी कराने के निर्देश दिए ताकि श्रद्धालुओं को अधिक गहरे पानी में जाने से रोका जा सके। उन्होंने पक्के घाटों पर फ्लोटिंग जेट्टी के माध्यम से बैरिकेडिंग कराने का भी सुझाव दिए हैं।इसके अतिरिक्त सभी पक्के घाटों पर जिन कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाती है उनके नाम, पदनाम एवं मोबाइल नंबर तथा अन्य आवश्यक नंबर्स एवं शासन द्वारा जारी की गई एडवाइजरी भी लगाने को कहा। अन्य सात कच्चे घाटों पर प्रतिदिन सफाई व्यवस्था, उचित लाइट, साइनेज एवं बाढ़ प्रखंड के माध्यम से गहरे पानी को दर्शाने हेतु बैरिकेडिंग कराने के निर्देश दिए गए हैं। इन कार्यों को कराने में आने वाले खर्चों हेतु मंडलायुक्त ने जिलाधिकारी को जिला पंचायत की तरफ से व्यवस्था सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए हैं। साथ ही हर घाट पर सुरक्षा के दृष्टिकोण से राजस्व एवं पुलिस विभाग के एक-एक अधिकारी की जिम्मेदारी भी तय की जाएगी ताकि आपातकालीन स्थिति में वह उचित कार्रवाई कर उच्च स्तरीय अधिकारियों को अवगत करा सकें।