प्रतापगढ़ में फीस के लिए सबके सामने किया बेइज्जत : नौवी की छात्रा ने घर जाकर लगा ली फांसी
प्रतापगढ़ में नौवी की छात्रा को एग्जाम देने से रोका तो उसने घर जाकर जान दे दी। छात्रा की फीस नहीं जमा थी। स्कूल प्रशासन ने उसे सबके सामने बेइज्जत करके लौटा दिया। छात्रा रोते हुए घर पहुंची और सीधे अपने कमरे में चली गई। छात्रा ने पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। कुछ देर बाद मां कमरे में पहुंची तो बेटी का शव देखा। परिजनों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। फंदे से शव को उतार कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पुलिस ने प्रिंसिपल समेत पांच लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। घटना मांधाता थाना क्षेत्र के पितईपुर गांव की है।
आइये लिए जाने पूरा मामला
पितईपुर निवासी कमलेश प्रजापति की बेटी रिया 16 वर्ष मांधाता के कमल शरण यादव इंटर कॉलेज में कक्षा 9 में पढ़ती थी। छात्रा का एग्जाम चल रहा है। उसकी ₹800 फीस बकाया थी। मां पूनम देवी ने बताया कि रिया सुबह 8:30 बजे परीक्षा देने स्कूल पहुंची थी। स्कूल प्रबंधन ने फीस पकाया होने का हवाला देकर उसे परीक्षा हॉल में जाने से रोक दिया। विद्यालय प्रबंधक संतोष कुमार यादव, बड़े बाबू दीपक सरोज, प्रधानाचार्य राजकुमार यादव, एक टीचर और चपरासी धनीराम ने उसे सबके सामने अपमानित किया। कहां पहले फीस तो फिर पेपर देने देंगे।
छात्र ने किसी को कुछ नहीं बताया
मां ने कहा, स्कूल से लौट कर रिया घर आई। उससे जल्दी घर आने का कारण पूछा तो रोती हुई कमरे में चली गई। किसी को कुछ नहीं बताया। कुछ देर बाद में खेत में काम करने चली गई। जब घर लौटी तो बेटी का शव कमरे में फंदे से लटका देखा।
सीओ विनय साहनी ने बताया , परिजनों ने शिकायत दी है। प्रिंसिपल समेत पांच के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच की जा रही है। आरोप है कि फीस न जमा होने के कारण उसे परीक्षा देने से रोका गया था।
डीआईओएस ओमकार राणा ने बताया, स्कूल में स्टाफ से पूछताछ की जा रही है। सीसीटीवी का द्वार और फीस रजिस्टर कब्जे में लिया गया है। अधिकांश बच्चों की 50% फीस बाकी है मृतक का बड़ा भाई भी पेपर दे रहा था। उसकी 15 सो रुपए फीस बाकी है। जांच के बाद कार्यवाही की जाएगी।