प्रयागराज में अपने ही थाने में नामजद हुए थाना प्रभारी; हाईकोर्ट ने अफसरों को किया तलब तो हुए लाइन हाजिर, एफआईआर भी दर्ज
प्रयागराज में लापरवाही और मनमानी रवैये की वजह से गंगापार के घूरपुर थाना प्रभारी के खिलाफ अपने ही थाने में मुकदमा दर्ज हो गया है। इससे पहले पुलिस कमिश्नर ने थाना प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया था। हाईकोर्ट की सख्त टिप्पणी के बाद थाना प्रभारी को उसी थाने में नामजद कर दिया गया।
मामला एक केस में क्रास एफआईआर को लेकर है। मामला हाईकोर्ट तक पहुंचा तो अफसर तलब हो गए। इसी के बाद कार्रवाई शुरू हुई। घूरपुर थाना प्रभारी रहे केशव वर्मा के खिलाफ थाने में कर्तव्यों के निर्वहन में लापरवाही का मुकदमा दर्ज हुआ है। उपनिरीक्षक भइयाराम विश्वकर्मा की तहरीर पर इंस्पेक्टर व थाना प्रभारी रहे केशव वर्मा के खिलाफ बीएनएस 199 की धारा एफआईआर हुई है। इससे पूर्व उन्हें लाइन हाजिर किया जा चुका है।
घूरपुर थाने में तैनात उपनिरीक्षक भइयाराम विश्वकर्मा ने तहरीर दी है कि बलराम यादव निवासी ग्राम पवरी थाना घूरपुर ने थाने में स्वंय के एवं विपक्षी अर्पित जायसवाल के बीच हुए विवाद मारपीट के संबंध में 25 सितंबर को प्रार्थना पत्र देकर अभियोग पंजीकृत कराने का अनुरोध किया था। परन्तु तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक केशव वर्मा ने इस प्रार्थना पत्र पर अभियोग पंजीकृत नहीं किया।
इसके बाद मामला हाईकोर्ट पहुंच गया। कोर्ट के खल के बाद 25 नवंबर को इस प्रार्थना पत्र पर अभियोग पंजीकृत कराया गया।माना गया कि यह कृत्य तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक का धारा- 199 बीएनएस (कर्तव्यों के पालन में लापरवाही) की परिधी में बखूबी आता है। ऐसे में उच्च अधिकारियों के निर्देशानुसार तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक केशव वर्मा के विरुद्ध केस दर्ज किया जाए।
असल में क्रास एफआईआर दर्ज करने के बजाय थाना प्रभारी पर आरोप है क उन्होंने दूसरे पक्ष का साथ दिया। अफसरो के निर्देश के बाद भी रिपोर्ट नहीं दर्ज की। मामले में अफसरों को हाई कोर्ट में तलब होना पड़ा। इसी के बाद उन्हें लाइन हाजिर करने के साथ ही केस दर्ज किया गया है।