फिरोजाबाद में सरेआम दरोगा की हत्या के चश्मदीद की जुबानी,गोली लगने के बाद भी चलाते रहे बाइक
फिरोजाबाद।उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद के चंद्रपुरा चौकी प्रभारी दिनेश मिश्रा की कल गुरुवार देर शाम गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस 11 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। एडीजी जोन आगरा राजीव कृष्ण के मुताबिक 6 टीमें दरोगा की हत्या की जांच कर रही हैं। दरोगा दिनेश मिश्रा के साथ बाइक पर बैठे धीरज शर्मा को भी संदिग्ध माना गया है। पुलिस धीरज से भी पूछताछ कर रही है। मिली जानकारी के अनुसार दरोगा दिनेश शर्मा अपने परिचित 30 वर्षीय धीरज शर्मा के साथ गुरुवार देर शाम दहेज हत्या मामले की विवेचना करके मोटरसाइकिल से लौट रहे थे। उसी समय उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई। सूत्रों के मुताबिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दरोगा दिनेश शर्मा को दो गोली मारी गई थी। एक गोली उनके शरीर को भेदते हुए बाहर निकल गई और दूसरी शरीर में ही रह गई। गोली लगने के बाद खून बहने से उनकी मौत हुई।
दरोगा दिनेश मिश्रा कन्नौज जिले के सादतपुर गांव के रहने वाले थे। परिवार आगरा के कालिंद्री बिहार में रहता है। फिरोजाबाद में चंद्रपुर चौकी छोटा इलाका है। दिनेश मिश्रा ने खाना बनाने और अपने सहयोग के लिए परिचित धीरज शर्मा को साथ रखा था। गुरुवार शाम साढ़े सात बजे जब दिनेश मिश्रा विवेचना के लिए निकले तो धीरज को भी मोटरसाइकिल पर बैठा लिया। धीरज ने पुलिस को बताया कि लगभग सवा आठ बजे जब वह लोग पीथेपुर चंद्रपुरा मार्ग पर थे, तभी अचानक धमाके की आवाज हुई। इस आवाज से बाइक लहरा गई। उसे लगा कि बाइक का टायर फट गया है। यह अंदेशा नहीं था कि कोई गोली चली है। धीरज ने कहा कि बाइक लहराने के बाद मैं गिर गया और दिनेश बाइक चलाते रहे। काफी आगे जाने के बाद वह भी गिर गए।अनहोनी को भांपते हुए मैनें तुरंत पुलिस को फोन किया और घटना के बारे में जानकारी दी।
इसके बाद आगरा के कालिंद्री कुंज में रह रहे दिनेश मिश्रा के बेटे को कॉल कर कहा कि उनके पापा का एक्सीडेंट हो गया है, जल्दी आ जाओ। बताया जा रहा है कि जिस समय घटना हुई, उस समय धीरज शर्मा किसी से फोन पर बात कर रहा था। रात के अंधेरे में हत्यारों को सही से पहचान नहीं पाया। बता दें कि फिरोजाबाद की चंद्रपुरा चौकी प्रभारी दिनेश शर्मा का हेड कांस्टेबल से प्रमोशन 7 महीने पहले हुआ था। प्रमोशन के बाद दिनेश शर्मा को चंद्रपुरा चौकी का प्रभारी बना दिया गया। दिनेश शर्मा लगभग दो साल से फिरोजाबाद में ही तैनात थे। गुरुवार देर रात आईजी जोन आगरा दीपक कुमार ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। इस दौरान एसएसपी आशीष कुमार तिवारी, पुलिस अधीक्षक देहात कुमार रणविजय सिंह, पुलिस अधीक्षक शहर सर्वेश कुमार मिश्रा, एसओजी टीम और एलआईयू टीम और फोरेंसिक टीम मौजूद रही।
दीपक कुमार ने पुलिस अधिकारियों को हिदायत दी कि इस केस का जल्द खुलासा होना चाहिए। आखिर क्यों एक दारोगा की इस तरह हत्या कर दी गई। कोई पुरानी रंजिश थी या बदमाशों ने लूट के इरादे से हत्या की। इसके साथ पुलिस कई पहलुओं पर जांच पड़ताल करने में जुटी है। आसपास के इलाकों में सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे हैं, ताकि पुष्ट हो सके कि हत्यारे कौन हैं। वह किस वाहन से आए और क्यों हत्याकांड को अंजाम दिया।