विवादित बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी के साथ रमजान की आख़िरी जुमा में नमाज के दौरान हुई बदसलूकी, योगी का समर्थन करने पर मारपीट का आरोप
अयोध्या। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का समर्थन करना विवादित बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी को महंगा पड़ गया। इकबाल अंसारी के साथ उस समय बदसलूकी हुई जब वह दोपहर में रमजान की आख़िरी जुमा की नमाज अदा करने मस्जिद पहंचे थे। शुक्रवार को अलविदा की नमाज के दौरान मस्जिद परिसर में अय्यूब उर्फ पप्पू नामक व्यक्ति ने इकबाल अंसारी से अभद्रता की है। इकबाल अंसारी ने मामले में हाथापाई और धमकी देने का आरोप लगाते हुए थाना रामजन्मभूमि में तहरीर दी है।
मुस्लिम पक्ष से विवादित बाबरी मस्जिद के पक्षकार कबाल का आरोप है कि योगी सरकार की बधाई और योगी के समर्थन के कारण अयूब नाराज हैं। इकबाल अंसारी ने बताया कि वह शुक्रवार को अलविदा की नमाज बिजली शाहिद मस्जिद में पढ़ने गए थे। अयूब उर्फ पप्पू के साथ चार लोग मस्जिद में मौजूद थे। इस दौरान अयूब ने उनसे हाथापाई की। उन्हें ज़लील और बेइज्जत किया। यूं ही मुस्लिम समुदाय पर कट्टर होने का आरोप नहीं लगता। उसके पीछे ऐसे ही मुस्लिम समाज में कट्टरता फ़ैलाने वाले लोग हैं जो अपने ही भाई विरादरी के साथ ऐसी घिनौनी हरकत करते हैं। ऐसी ही सोच के बाबर भी था, जिसने मंदिर तोड़कर मस्जिद का निर्माण कराकर ये स्थिति पैदा की थी।
हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में इतना दिन तक मुकदमा चला और मुस्लिम पक्ष से पक्षकार के रूप में इकबाल अंसारी ने जमकर विवादित बाबरी मस्जिद के सम्बन्ध में पैरवी की, परन्तु उन्हें बाबरी मस्जिद की असलियत पता था कि उसे बाबर द्वारा तोड़कर बनाया गया था। वह वास्तव में भगवान श्रीराम की जन्मस्थली थी जिसे बाबर द्वारा तोड़कर सिर्फ ऊपर की तरफ उसमें मीनार बनवाकर उसे मस्जिद की शक्ल में बदल दिया गया था, जिसे कारसेवकों ने ढहा दिया था। सभी साक्ष्यों और सबूतों को परखने के बाद ही सुप्रीम कोर्ट ने अपना निर्णय सुनाया। अब तो प्रभु श्रीराम अपनी जन्मभूमि में विराजमान हो चुके हैं, फिर भी अयूब उर्फ पप्पू जैसे कट्टरपंथी सोच रखने वाले मुस्लिम को ये बात अच्छी नहीं लग रही है। उनका यह कृत्य उनकी विचारधारा को बता रही है।