पेपर छूटने के बाद सड़कों पर लगा जाम, सॉल्वर गैंग के 58 सदस्य गिरफ्तार
यूपी पुलिस कांस्टेबल (सिपाही) भर्ती 2024 की दूसरी पाली की परीक्षा भी संपन्न हो गई है। परीक्षा खत्म होने के बाद यूपी के कई शहरों के चौराहों पर जाम लग गया। इस परीक्षा में सेंध लगाने की भी कोशिश की गई। लेकिन पुलिस ने अलग-अलग जिलों से सॉल्वर गैंग समेत 58 लोगों को हिरासत में लिया है। सबसे अधिक एटा से पकड़े गए हैं। जहां पुलिस ने सॉल्वर गैंग समेत 15 लोगों को हिरासत में लिया है।
पहली पाली की तरह दूसरी पाली में भी समय से करीब एक घंटा पहले ही परीक्षा केंद्रों पर एंट्री शुरू हो गई थी। सुबह की पाली के लिए परीक्षा केंद्रों पर साढ़े 7 बजे से ही प्रवेश के लिए परीक्षार्थियों की लंबी लाइन लग गई थी। परीक्षार्थियों को सघन जांच के बाद ही प्रवेश दिया गया। इस बार प्रदेश के सभी 75 जिलों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम हैं। इस बीच सिस्टम की खामियों की वजह से कई परीक्षार्थियों के एग्जाम छूटने का मामला सामने भी आया है। बिहार के तीन छात्र मिर्जापुर के महुअरिया स्थित जीआईसी परीक्षा केंद्र के सामने बैठ अपनी किस्मत को कोसते रहे। हाथ में अपने स्मार्टफोन में उप्र पुलिस भर्ती बोर्ड लखनऊ से प्रवेश पत्र को लेकर आए मेल को दिखाते रहे। दरअसल मेल के मैसेज में कभी मोहबा जीआईसी तो कभी मिर्जापुर जीआईसी उनके परीक्षा केंद्र बताए गए। जिसका परिणाम यह रहा कि तीन होनहारों की पुलिस बनने के सपने धूल धसरित हो गई।
कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा के लिए 48 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने अपना पंजीकरण कराया है। इनमें अन्य राज्यों से करीब 6 लाख उम्मीदवार शामिल हैं। परीक्षा की पूर्व संध्या पर चलाए गए व्यापक अभियान के तहत सॉल्वर गैंग के 58 सदस्य गिरफ्तार किए गए हैं। इनमें आठ को गाजीपुर जिले की पुलिस ने और छह को एसटीएफ ने वाराणसी, आगरा और झांसी से गिरफ्तार किया। गाजीपुर में पकड़े गए गैंग में एक इंडियन कोस्ट गार्ड और एक सेना का जवान शामिल है। साथ ही मऊ में पांच लोग गिरफ्तार किए गए हैं। परीक्षा की शुचित व पवित्रता बनाए रखने के लिए परीक्षा केंद्र में किसी भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के ले जाने पर प्रतिबंध लगाया गया है। ब्लूटूथ या अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को फेल करने के लिए हर परीक्षा केंद्र पर जैमर लगाया गया है।