सुल्तानपुर में जंगलराज:लैंड माफिया,डील और पैसे की जबरन वसूली,डॉक्टर की हत्या की इनसाइड स्टोरी
सुल्तानपुर। उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में जंगलराज कायम है। यहां शनिवार देर शाम जमीनी विवाद में दबंगों ने डॉक्टर घनश्याम त्रिपाठी की पीट-पीटकर हत्या कर दी। हत्या की वजह हैरान करने वाली है। जबरन वसूली को लेकर लैंड माफिया ने डॉक्टर हत्या कराई है। 2 बिस्वा जमीन के लिए 50 लाख में डील होने के बाद भी डॉक्टर को उसका कब्जा नहीं दिया जा रहा था।अब यह मामला तूल पकड़ा जा रहा है।पोस्टमार्टम होने के बाद मृतक डॉक्टर घनश्याम त्रिपाठी का शव पैतृक गांव लंभुआ सखौली कला पहुंचा।
जहां परिजन और गांव वाले बेहद गुस्से में नजर आए। परिजनों ने आरोप लगाया कि भूमाफियाओं ने जमीन विवाद को लेकर पैसों की लेन-देन में उनकी हत्या कर दी। पुलिस अधीक्षक सोमेन वर्मा और जिलाधिकारी जसजीत कौर ने रविवार को संयुक्त प्रेस कान्फ्रेंस कर इस हत्याकांड की जानकारी दी। डीएम ने कहा कि डॉक्टर की हत्या के आरोपी और उनके रिश्तेदारों सहित जानने वालों की संपत्तियों का ब्यौरा लिया जा रहा है और भूमाफियाओं की लिस्टिंग भी की जा रही है।
एसपी सोमेन वर्मा ने कहा कि इस मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। हत्या के आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमों का गठन कर दिया गया है और जल्द ही आरोपियों को पकड़कर जेल भेजा जाएगा। बता दें कि डाॅक्टर घनश्याम त्रिपाठी की हत्या का आरोप भाजपा के एक वरिष्ठ नेता के भतीजे पर लगा है। पुलिस के मुताबिक, लंभुआ इलाके में रहने वाले डॉ. घनश्याम त्रिपाठी जयसिंहपुर स्थित जासपारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात थे। वह वर्तमान में कोतवाली नगर क्षेत्र के शास्त्री नगर मोहल्ले में रहते थे। शनिवार शाम वो घर से किसी कार्य के लिए बाहर गए थे। देर शाम उनकी पत्नी घर के बाहर खड़ी थी।इसी दौरान एक ऑटो वाला घर पहुंचा और घनश्याम को घायल अवस्था में घर के सामने छोड़कर भाग गया।
डॉ घनश्याम त्रिपाठी की पत्नी निशा के अनुसार उनके पति ने शहर के शास्त्रीनगर में सरस्वती विद्या मंदिर के पीछे दो बिस्वा जमीन अजय नारायण सिंह से 25 लाख रुपये प्रति बिस्वा की कीमत पर खरीदी थी। 50 लाख रुपये उन्हें पेमेंट भी कर दिया था।इसके बाद भी मेरे पति को कब्जा नहीं दिया जा रहा था। जमीन पर कब्जा देने के लिए और पैसों की मांग हो रही थी।इसके बाद उन्होंने एक लाख रुपये और दिए।इसके बाद भी जमीन के लिए पैसों की मांग होती रही, जिसके बाद विवाद होने पर मेरे पति को मार डाला गया। बताया जा रहा है कि यहां भूमाफिया जमीन का सस्ता भाव बताकर ग्राहकों को फंसाते हैं और फिर उनसे एडवांस में पैसे लेकर कब्जा दिलाने के लिए बाद में और पैसों की मांग करते हैं।
इस सनसनीखेज हत्या को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री सपा मुखिया अखिलेश यादव ने यूपी सरकार और कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए थे।अखिलेश यादव ने मृतक डॉक्टर घनश्याम तिवारी के परिजनों से भी मुलाकात कर सकते हैं। इस मामले में जयसिंहपुर के पूर्व विधायक अरुण वर्मा ने सत्ता पक्ष पर निशाना साधा है।कहा कि पूरे प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गयी हैं।गुंडों-माफियाओं में कानून का डर नहीं है। बता दें कि डा. घनश्याम त्रिपाठी हत्याकांड में पुलिस ने भाजपा युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष चंदन नारायण सिंह के चचेरे भाई अजय नारायण सिंह को मुख्य अभियुक्त बनाते हुए तीन पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। इस नृशंस हत्याकांड के अभियुक्त अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर है।