कानपुर के बड़े कपड़ा व्यवसायी के बेटे की अपहरण के बाद हत्या,ट्यूशन पढ़ाने वाली टीचर ने मंगेतर के साथ वारदात को दिया अंजाम
कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक बड़े कपड़ा व्यवसायी के बेटे का अपहरण के बाद हत्या का हैरतअंगेज मामला सामने आया है। 10वीं में पढ़ने वाला कुशाग्र सोमवार शाम कोचिंग गया था,लेकिन वह घर नहीं लौटा। इसके बाद परिजनों को अलकायदा के नाम से एक लेटर मिला। लेटर में अपहरण की बात कही गई थी। इसके बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया।पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि कुशाग्र की हत्या अपरहण नहीं बल्कि साजिश के तहत महिला टीचर, उसके मंगेतर और साथी ने मिलकर की थी। इतना ही नहीं पत्र भेजने से पहले ही कुशाग्र की हत्या की जा चुकी थी। इस मामले में पुलिस ने दो लड़कों और महिला टीचर को गिरफ्तार किया है और उनसे पूछतछ कर रही है।
मिली जानकारी के अनुसार कानपुर के रायपुरवा थाना क्षेत्र के बड़े कपड़ा व्यवसायी मनीष कनोडिया का बेटा कुशाग्र सोमवार शाम रोज की तरह कोचिंग जाने के लिए स्कूटी से निकला था,लेकिन वह घर नहीं लौटा। कुशाग्र की मां ने मनीष को इसकी जानकारी दी। कुशाग्र की खोजबीन करने पर जब कोई पता नहीं चला तो पुलिस को सूचना दी गई।इसके बाद कुशाग्र की स्कूटी मिली और उसके कुछ देर बाद ही महिला टीचर रचिता के मंगेतर के घर से कुशाग्र का शव बरामद हुआ।
टीचर रचिता के मंगेतर प्रभात शुक्ला को शक था कि कुशाग्र का रचिता से अफेयर चल रहा है। साजिश के तहत कुशाग्र की गला घोटकर हत्या कर दी गई। साथ ही हत्या को अपहरण का रंग देने के लिए अलकायदा के नाम से पत्र भेजा गया। पुलिस ने महिला टीचर रचिता, मंगेतर प्रभात शुक्ला और उसके साथी अंकित को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है। साथ ही पुलिस को सीसीटीवी फुटेज भी मिला है, जिसमें कुशाग्र खुद प्रभात शुक्ला और टीचर के घर जाता हुआ दिखाई दिया,लेकिन आरोपियों ने पुलिस को गुमराह करने के लिए अपरहण किए जाने का पत्र लिखा था।
जॉइंट सीपी आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि रायपुरवा में एक दुखद घटना सामने आई। सोमवार शाम को पुलिस को सूचना मिली कि एक 17 वर्षीय छात्र का अपहरण हुआ है। परिवार ने बताया कि एक लड़का स्कूटी से मुंह पर कपड़ा बांधकर आया और एक पत्र देकर गया, जिसके बाद पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया और तफ्तीश में जुट गई, जिसके बाद खुलासा हुआ कि संबंधों के भीतर यह घटना हुई।
जेसीपी ने बताया कि रचिता इस छात्र को घर में ट्यूशन पढ़ाती रही है। रचिता का मंगेतर प्रभात शुक्ला और उसका दोस्त आर्यन इस काण्ड में शामिल थे। प्रभात शुक्ला के कहने पर रचिता ने छात्र कुशाग्र को बुलाया था। छात्र अपनी मर्जी से जाता हुआ सीसीटीवी में दिखा। इसके बाद साढ़े 4 बजे के करीब वह घर में घुसा और 35-40 के भीतर हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया। बाद में जो लेटर दिया गया था, प्रारम्भिक जांच में लग रहा है कि वह भ्रमित करने के लिए था।
जेसीपी ने बताया कि अभी तक हत्या का मोटिव और इंटेंशन का पता नहीं चला है। इतना तय है कि हत्या जान-पहचान में हुई है। हमने कमरे को सील कर दिया है, स्कूटी भी जब्त की गई है,लेटर भी काफी कंफ्यूजिंग है। रचिता ने पूछताछ में बताया है कि लेटर की हैंडराइटिंग प्रभात की है। तीनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया है।अब आगे की पूछताछ जारी है।