कानपुर का करोड़पति कॉन्स्टेबल…डेढ़ करोड़ की कोठी: घर के बाहर ऑडी-BMW और फॉर्च्यूनर कारें, सबके नंबर 0078; पिंटू सेंगर मर्डर में गया जेल
बसपा नेता पिंटू सेंगर हत्याकांड में आरोपी बर्खास्त सिपाही श्याम सुशील मिश्रा के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण संगठन की कानपुर इकाई ने चकेरी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। आरोप है कि उसने 2007 से 2018 के बीच पुलिस में नौकरी करते हुए 5.10 करोड़ की घोषित आय अर्जित की, जबकि इसी अवधि में उसने करीब 8.21 करोड़ रुपये खर्च किए। ये रुपये संपत्ति आदि में व्यय किए गए। प्रारंभिक जांच में साक्ष्य मिलने के बाद अब पूरी कुंडली खंगालनी शुरू कर दी गई है। 1987 में सिपाही पद पर भर्ती होने वाला सिपाही श्याम सुशील मिश्रा मूल रूप से मिर्जापुर के ग्राम भैंसा का रहने वाला था। वर्तमान में वह चकेरी थानाक्षेत्र के डी ब्लॉक श्यामनगर में रह रहा है। श्याम लंबे समय तक भ्रष्टाचार निवारण संगठन में कार्यरत था। पिंटू सेंगर हत्याकांड में गिरफ्तार होने के बाद हुई विभागीय जांच के बाद उसे दिसंबर 2022 में बर्खास्त कर दिया गया था। वहीं, 2019 में उसके खिलाफ शासन ने आय से अधिक संपत्ति की जांच के आदेश दिए थे। भ्रष्टाचार निवारण संगठन की कानपुर इकाई के इंस्पेक्टर चतुर सिंह ने करीब जांच में पाया कि 2007 से 2018 के बीच उसने ज्ञात एवं वैध स्रोतों से हुई आय के मुकाबले 60 प्रतिशत ज्यादा खर्च किया। आय और व्यय के बीच करीब 3.11 करोड़ रुपये का अंतर पाया गया। जांच के दौरान श्याम मिश्रा ने कोई सहयोग भी नहीं किया और न ही बयान दर्ज कराए।
चकेरी में डेढ़ करोड़ का मकान, उन्नाव में जमीनें, पेट्रोल पंप भी खरीदा…
जांच में पता चला है कि चकेरी में जिस मकान में वह रह रहा है, सिर्फ वही डेढ़ करोड़ की लागत से तैयार हुआ है। इसके अलावा उन्नाव में बड़ी संख्या में उसने जमीनें खरीदी। हाल में एक पेट्रोल पंप भी खरीदने की बात सामने आई है, जिसमें काली कमाई के निवेश की जांच जारी है। सूत्रों का कहना है कि इस मामले में चार्जशीट दाखिल होने के बाद प्रवर्तन निदेशालय भी करोड़पति बर्खास्त सिपाही की काली कमाई की जांच शुरू कर सकती है।
पिंटू की हत्या कराने में 10 लाख देने का भी आरोप…
कानपुर में पुलिस कॉन्स्टेबल का दागदार चेहरा एक बार फिर सामने आया है।
एंटी करप्शन विंग ने करोड़पति कॉन्स्टेबल को ट्रेस किया।
जब अफसर उसकी कोठी पहुंचे, तो कंपाउंड में ऑडी, BMW और फॉर्च्यूनर जैसी कारें मिली हैं।
एंटी करप्शन की टीम ने उसकी कोठी की कीमत 1.5 करोड़ आंकी है।
हालांकि सर्किल रेट 5 करोड़ बताया जा रहा।घर के अंदर स्वीमिंग पूल समेत सभी सुविधाएं मौजूद हैं।
कॉन्स्टेबल की सब गाड़ियों के नंबर 0078
दरअसल, एंटी करप्शन विंग के पास बर्खास्त कॉन्स्टेबल सुशील मिश्रा की शिकायत पहुंची थी।
छानबीन में सामने आया कि कॉन्स्टेबल के पास श्यामनगर में आलीशान बंगला, लग्जरी गाड़ियां, घर के अंदर लग्जरी सुविधाएं मौजूद थीं।
उसकी हर गाड़ी के आखिरी 4 अंक 0078 हैं।
टीम से उसके पड़ोसियों ने बताया कि जब भी कोई नई गाड़ी लॉन्च होती तो सबसे पहले कॉन्स्टेबल के काफिले में शामिल होती थी।
• अब आपको बताते हैं आखिर जांच में क्या सामने आया…
कमाए 5 करोड़, संपत्ति मिली 8 करोड़ की
एंटी करप्शन विंग की कानपुर यूनिट के इंस्पेक्टर चतुर सिंह ने चकेरी थाने में कॉन्स्टेबल श्याम सुशील मिश्रा के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत FIR दर्ज कराई।
उन्होंने बताया, श्याम नगर डी-ब्लॉक में रहने वाला कॉन्स्टेबल मिर्जापुर थाना कछवा के भैंसा गांव का मूल निवासी है।
रमाकांत पांडेय नाम के व्यक्ति ने उसके खिलाफ 2019 में आय से अधिक संपत्ति की शिकायत लखनऊ में की थी।
इसके बाद एंटी करप्शन टीम ने करीब 4 साल तक मामले की जांच की।
जिसमें पाया कि उसने ज्ञात सोर्स से 5 करोड़ 10 लाख रुपए कमाए।
लेकिन जांच के दौरान कॉन्स्टेबल के पास 8.21 करोड़ रुपए का खर्च सामने आया।
यानी कि 3 करोड़ 11 लाख रुपए की आय से अधिक की संपत्ति कॉन्स्टेबल के पास सामने आई है।
जोकि उनकी आय से 60% से ज्यादा थी।
सिर्फ बंगले की कीमत 5 करोड़ से ज्यादा
एंटी करप्शन के अफसरों ने अपनी रिपोर्ट में कॉन्स्टेबल के बंगले की कीमत महज 1.5 करोड रुपए आंकी है।
लेकिन ग्राउंड रियलिटी में सामने आया कि श्याम नगर डी-ब्लॉक के जिस मोहल्ले में कांस्टेबल का मकान है,
सिर्फ उस जमीन की कीमत दो-ढाई करोड़ से ज्यादा है।
बंगले की कीमत 5 करोड़ से ज्यादा बताई जा रही है।
सूत्रों ने बताया कि कई करोड़ की तो उसके पास बेनामी संपत्तियां हैं।
जिसका कोई लेखा-जोखा अफसरों के पास नहीं है।
पिंटू सेंगर मर्डर में जेल गया था बर्खास्त कॉन्स्टेबल
कानपुर चकेरी में रहने वाले बसपा नेता पिंटू सेंगर की 20 जून 2020 की दिन दहाड़े गोली मारकर हत्या
कर दी गई थी।
जमीन के विवाद में भू-माफिया पप्पू स्मार्ट, सउद अख्तर समेत अन्य के साथ मिलकर पिंटू सेंगर की हत्या करा दी थी।
जघन्य हत्याकांड के बाद कॉन्स्टेबल सुशील मिश्रा का एक ऑडियो सामने आया था।
जिसमें सुशील बोल रहा था कि पिंटू सेंगर का मर्डर होने वाला है।
इससे जितनी भी रकम बकाया हो ले लेना। इसके बाद जांच शुरू हुई तब सामने आया कि कॉन्स्टेबल भी मर्डर केस में शामिल था।
इसके बाद उसे अरेस्ट करके जेल भेज दिया गया था।उस समय वह उन्नाव में तैनात था।
उसे बर्खास्त भी कर दिया गया।अब वह जेल से जमानत पर बाहर है।
भू-माफियाओं के साथ पार्टनरशिप कर बना करोड़पति
श्याम सुशील मिश्रा ने भू-माफिया पप्पू स्मार्ट, सउद अख्तर समेत अन्य के साथ साठगांठ करके प्रॉपर्टी का काम शुरू किया था।
प्रॉपर्टी का काम उसे इस कदर रास आया कि नौकरी को ताक पर रखकर प्रॉपर्टी के धंधे में कूद गया।
कानपुर से लेकर उन्नाव और लखनऊ में कई सोसायटी बनाकर बसाई।
बड़े-बड़े बिल्डरों का पार्टनर बन गया। भले ही कहने को वह कॉन्स्टेबल था।
कांस्टेबल की तनख्वाह से कई गुना ज्यादा तो वो सिर्फ अपने नौकरों को सैलरी देता था।