अब्दुल के साथ खड़े इन सभी का जानिए कांड, मदरसे की आड़ में खेल रहे थे बड़ा खेल
प्रयागराज। मदरसे में मुस्लिम छात्र धार्मिक तालिम लेने के लिए आते हैं। मुस्लिम समाज में मदरसे को पवित्र नजर से देखा जाता है,लेकिन मदरसे का मौलवी ही अगर मदरसे की आड़ में गलत काम करने लगे तो क्या ही कहा जाए।सिविल लाइंस पुलिस ने एक ऐसा खुलासा किया है,जिसे जान हर कोई दंग में है।
पुलिस ने मदरसे के मौलवी मोहम्मद तफ़सीरुल,आरीफीन, मोहम्मद अफजल,मोहम्मद साहिद और जाहिर ख़ान उर्फ अब्दुल जाहिर को गिरफ्तार किया है। ये सभी मदरसे की आड़ में नकली नोट छापने का काम कर रहे थे। यह पूरा गिरोह नकली नोटों को मदरसे के अंदर छापता था। इनका मानना था कि मदरसे में होने से कभी ये पकड़े नहीं जाएंगे और मदरसे में कभी छापेमारी नहीं होगी।
अतरसुइया इलाके में मदरसा जामिया हबीबिया मस्जिद ए आजम नाम का मदरसा है। मदरसे के मौलवी तफसीरुल ने गिरोह के सदस्यों को मदरसे का एक कमरा दिया।वहीं से ये सभी मिलकर नकली नोटों को छापने का काम करते थे। मदरसा होने से किसी पर इनको शक भी नहीं होता था।ऐसे में ये बड़े आराम से मदरसे में नकली नोटों को छाप रहे थे।
जांच में सामने आया है कि ये सभी सिर्फ 100 रुपये का नोट ही छापते थे। इनका मानना था कि इन नोटों को बड़े आराम से मार्केट में चलाया जा सकता है और इसपर लोगों की निगाह भी कम ही जाती है। इसी बीच मुखबिर ने पुलिस को मदरसे में नकली नोटों की छपाई की जानकारी दे दी। पुलिस अलर्ट हो गई और पुलिस ने मौके से ही इन सभी को पकड़ लिया। पुलिस ने इनके पास से 1लाख 30 हज़ार रुपए के नकली नोट, अर्धनिर्मित करेंसी और प्रिंटर भी बरामद किया है।
पुलिस ने इन सभी के खिलाफ धारा-178,179,180,181,182(1) के तहत केस दर्ज किया है। सभी को जेल भी भेज दिया गया है।इस गिरोह का खुलासा करने वाली टीम को 25 हजार रुपये का इनाम भी दिया गया है। फिलहाल पुलिस इस गिरोह के अन्य साथियों की तलाश में जुटी है।