टीवी सीरियल की भाँती प्रतापगढ़ में प्रेमी के साथ रहने के लिए प्रेमिका ने गढ़ी कहानी, न्यायालय में कड़ी सुरक्षा के बीच दर्ज कराया बयान
प्रतापगढ़। टीवी सीरियल और आधुनिक मूवी देखकर लड़के तो अपराध का रास्ता निकालते ही रहे, परन्तु अब लड़कियां भी लड़कों को मात देने का कार्य कर रही हैं। उत्तर प्रदेश में प्रतापगढ़ न केवल शिक्षा, रजनीति और अपराध बल्कि प्रेमी-प्रेमिका की अजीबो-गरीब कहानी के लिए भी सुर्खियां बटोर रहा है। शनिवार 4 जून, 2022 को एक प्रेमिका ने प्रेमी के साथ रहने के लिए अजीबो-गरीब तरीका अख्तियार किया। उसने कड़ी सुरक्षा के बीच कोर्ट में अपना बयान न्यायालय में दर्ज कराया। न्यायालय में कड़ी सुरक्षा के बीच बयान दर्ज करने के लिए प्रेमिका ने हाईकोर्ट का सहारा लिया। आधुनिक लड़कियां भी टीवी सीरियल की भांति कार्य को अंजाम दे रही हैं।
जनपद प्रतापगढ़ के सांगीपुर थाना क्षेत्र के पूरे नवल गांव की रहने वाली 19 वर्षीय बालिका अंशु पांडेय एक पखवाड़े पहले यानि 18 मई को अचानक घर से लापता हो गयी थी। इस मामले में अंशु पाण्डेय के ताऊ तीर्थराज पाण्डेय ने संगीपुर थाने में बैसन का पुरवा निवासी दिनेश सिंह के बेटे अंकित सिंह व उसके दो अज्ञात साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले में पुलिस ने आरोपी के पिता, भाई और तीन रिश्तेदारों को हिरासत में लिया था। बाद में पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया था। इधर कुछ दिन पहले अंशु ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर कोर्ट में बयान दर्ज कराने की इच्छा जताई थी। इस पर हाईकोर्ट ने पुलिस को आदेश दिया कि वह अपनी सुरक्षा में अंशु का बयान न्यायालय में दर्ज कराए। अंशु को शनिवार 4 जून, 2022 की दोपहर सीजेएम कोर्ट पहुंचना था।
एसपी सतपाल अंतिल ने सीओ सिटी अभय पाण्डेय को महिला आरक्षियों के साथ पर्याप्त संख्या में अंशु को कोर्ट में पेशी के दौरान तैयार रहने के निर्देश दिए। अंशु पाण्डेय के कोर्ट पहुंचने से पहले सीओ सिटी अभय पाण्डेय फोर्स के साथ सीजीएम कोर्ट के गेट पर खड़े थे। मामले के विवेचक सियाराम ने बताया कि उच्च न्यायालय के आदेश पर पुलिस के संरक्षण में लड़की ने अदालत में अपना बयान दर्ज कराया है और प्रेमी के पास जाने की इच्छा जताई है। आधुनिकता के चकाचौध में आज कल की लड़कियां अपने परिवार और खानदान की नाक कटाने में तनिक भी देर नहीं लगाती। वह भूल जाती हैं कि जो माँ-बाप उन्हें पैदा किया और ठंडी, गर्मी व बरसात में उनकी परवरिस में स्वयं को कष्ट में रखकर उन्हें पाला, वह अपने आशिक के चक्कर में अंधी हो जा रही हैं। भले ही उनका सबकुछ लुट जाये, परन्तु उस समय वह अपने उस माँ-बाप का कहना नहीं मानती और अंधे प्यार में मरने-मिटने को तैयार रहती हैं।