Loksabha_Election_2024: छः राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों की 58 सीटों पर वोटिंग 59.6 प्रतिशत हुआ मतदान
छठे चरण में सबसे ज्यादा 78.20 प्रतिशत वोट पश्चिम बंगाल में मतदान हुआ, वहीं जम्मू-कश्मीर में सबसे कम 52.92 प्रतिशत मतदान हुआ
नई दिल्ली: देश भर में लोकसभा चुनाव के छठे चरण का मतदान पूरा हो चुका है। देश के कई हिस्सों में भीषण गर्मी के बीच लाखों लोगों ने अपना वोट दिया। शनिवार को छः राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों की 58 सीटों पर वोटिंग हुई। शाम पौने 8 बजे तक के आकलन के अनुसार छठे चरण में 59.6 प्रतिशत मतदान हुआ। आज दिल्ली की सातों सीटों पर भी वोटिंग हुई। सबसे ज्यादा मतदान पश्चिम बंगाल में मतदान हुआ, वहीं सबसे कम वोटिंग जम्मू और कश्मीर में हुई। हालांकि पिछले चुनावों की तुलना में जम्मू-कश्मीर में वोटिंग प्रतिशत में काफी इजाफा हुआ है।
छः राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों में कहां कितना हुआ मतदान ?
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बिहार- 53.30
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हरियाणा- 58.37
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जम्मू-कश्मीर- 52.28
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झारखंड- 62.74
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दिल्ली- 54.48
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ओडिशा- 60.07
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उत्तर प्रदेश- 54.03
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पश्चिम बंगाल- 78.19
जम्मू-कश्मीर में रिकॉर्ड मतदान
जम्मू-कश्मीर की 5 लोकसभा सीटों पर कुल मतदान प्रतिशत 58 रहा। अब तक के 35 वर्षों में सबसे अधिक मतदान दर्ज किया गया। वर्ष- 2014 में दर्ज किए गए मतदान के पिछले उच्चतम आंकड़े से 9 प्रतिशत अधिक है। अनंतनाग-राजौरी लोकसभा क्षेत्र में 53 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। देखना होगा कि जम्मू-कश्मीर किस दल को अधिक सीटें मिलती हैं ? धारा- 370 और 35 A हटाने के बाद लोकसभा का यह पहला चुनाव है।
देश के छठे चरण में कई बड़े नेताओं ने किया मतदान
आज छठे चरण में दिल्ली की सभी सीटों पर मतदान हुआ। दिल्ली में कई बड़े नेता वोट देने पहुंचे। इसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़, विदेश मंत्री एस. जयशंकर, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, सोनिया गांधी और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल शामिल हैं।
पश्चिम बंगाल में हिंसा की घटनाएं
पश्चिम बंगाल के आठ लोकसभा क्षेत्रों में कुछ इलाकों से हिंसा की छिटपुट घटनाएं सामने आईं। साल- 2019 के लोकसभा चुनाव में आठ सीटों में से भाजपा ने पांच और टीएमसी ने तीन सीटें जीती थीं। देश में हुए कुल छ: चरणों में पश्चिम बंगाल ही एक ऐसा राज्य रहा, जहाँ प्रत्येक चरण में हिंसा की छिटपुट घटनाएं घटित हुई। साथ ही पश्चिम बंगाल में सबसे अधिक मतदान प्रतिशत भी रहा। 4 जून देखना होगा कि पश्चिम बंगाम का परिणाम क्या गुल खिलाता है ? सबसे अधिक मतदान होना किसे फायदा पहुंचाता है, टीएमसी अथवा भाजपा को किस अधिक लाभ मिलता है ? राजनीति के जानकर बता रहे हैं कि भाजपा को अधिक सीटें मिल सकती हैं।
देश की राजधानी दिल्ली में हुए 55 फीसदी मतदान
देश की राजधानी दिल्ली के सातों सीटों की तो चांदनी चौक सीट पर 55 फीसदी, ईस्ट दिल्ली में 55 प्रतिशत जबकि न्यू दिल्ली लोकसभा सीट पर 52 फीसदी मतदान हुआ। इसके साथ ही नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली लोकसभा 59 फीसदी, नॉर्थ-वेस्ट दिल्ली लोकसभा सीट पर 55 प्रतिशत मतदान, साउथ दिल्ली सीट पर 53 फीसदी और वेस्ट दिल्ली लोकसभा सीट पर 57 फीसदी मतदान दर्ज किया गया।
किन दिग्गजों की सीटें दांव पर
छठे चरण के चुनाव में कई हैवीवेट नेताओं की सीटें दांव पर लगी थीं। इनमें ओडिशा की संबलपुर सीट है, जहां से केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान लड़ रहे हैं। उत्तर पूर्वी दिल्ली की सीट बेहद चर्चित है ही, जहां से मनोज तिवारी और कन्हैया कुमार आमने सामने हैं। उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर से मेनका गांधी खड़ी हैं। जम्मू और कश्मीर की अनंतनाग-राजौरी सीट में भी मतदान हुआ जहां से महबूबा मुफ्ती खड़ी हैं। इनके अलावा पश्चिम बंगाल की तमलुक सीट से अभिजीत गंगोपाध्याय, करनाल सीट से पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, कुरुक्षेत्र से नवीन जिंदल और गुरुग्राम सीट से राव इंद्रजीत सिंह अपना भाग्य आज़मा रहे हैं।