लखनऊः फर्जी खाता खोल संविदाकर्मियों ने किया 70 लाख का गबन, मनमाने तरीके से किया लेनदेन और फिर जारी की पासबुक
सहायक अधीक्षक पश्चिमी उपमंडल हरिहर नाथ मणि त्रिपाठी ने दो पूर्व संविदाकर्मियों पर 70 लाख रुपये गबन की कृष्णानगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। आरोपियों ने यह हेराफेरी कानपुर रोड एलडीए कॉलोनी स्थित डाकघर में तैनाती के दौरान किया। दोनों ने अनाधिकृत लेनदेन कर कई खाते खोले। उसके बाद फर्जी पासबुक भी तैयार कर जारी कर दी। पुलिस मामले की जांच कर रही है। हरिहर नाथ मणि त्रिपाठी की तहरीर के मुताबिक फरवरी माह में संविदा कर्मी दीपू यादव और विपिन कुमार को नौकरी से हटा दिया गया था। दोनों के हटाए जाने के बाद से ही कानपुर रोड स्थित उपडाकघर एलडीए कॉलोनी के कई उपभोग्ताओं ने खाते से धनराशि गायब होने की शिकायत की गई थी।
इसके बाद मंडलीय कार्यालय को बताया गया। मंडलीय कार्यालय ने इसकी जांच शुरू की। पड़ताल में ग्राहकों से बात करने पर पता चला कि उन्होंने नए खातों में रुपये जमा करने के लिए दीपू को रकम और दस्तावेज दिए थे। दीपू और विपिन ने उनके नाम के बजाए फर्जी नामों से खाते खोले। उनमें उपभोग्ताओं की रकम ट्रांसफर कर गबन किया। जालसाजों ने ग्राहकों को जाली पासबुक भी प्रिंट कराकर जारी कर दी। जांच में पता चला क कि वह पासबुक भी विभाग की नहीं है। उपभोग्ताओं की जमा धनराशि सरकारी हिसाब में भी नहीं दर्शायी गई।
खाता बंद कर यूनियन बैंक में ट्रांसफर की रकम
इंस्पेक्टर कृष्णानगर के मुताबिक डाक विभाग की जांच में यह भी पता चला कि जालसाज दीपू और उसके साथी विपिन ने उपभोग्ताओं की मेच्योरिटी होने से पहले ही उनके खाते बंद कर दिए। क्योंकि दस्तावेज भी उनके पास थे। इसके बाद वह रकम विपिन के यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के खाते में ट्रांसफर कर ली थी। जिन ग्राहकों के खाते से रकम की हेराफेरी की गई उनमें अंजली वर्मा, विपिन कुमार, राज कुमार, अनीता गौतम, मंजू शर्मा, जितेंद्र प्रताप, सुनीता यादव, सुरेंद्र यादव, प्रयांशु शामिल है। इंस्पेक्टर कृष्णानगर पीके सिंह के मुताबिक मामले की जांच की जा रही है।