पट्टी-कोहड़ौर मार्ग पर करोड़ो रुपये की सरकारी भूमि पर मदाफरपुर बाजार मालिक अतिक्रमण कर मदाफरपुर मंडी एवं राईसमिल स्थापित कर योगी सरकार को चिढ़ा रहा है,मुंह
योगी राज-2 में माफियाओं के बेनामी संपत्तियों और घरों सहित ब्यवसायिक काम्प्लेक्सों पर बुलडोजर चल रहा है,ऐसे में सवाल उठ रहा है कि मदाफरपुर बाजार का वो तालाब जहाँ वर्षो से बाजार लगती है और बाजार लगाने के नाम पर बाजार मालिक कर लिया है,कब्जा
प्रतापगढ़। वर्ष-2017 में जब सूबे में योगी सरकार बनी तो सिंहासन संभालते ही सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश पर के भूमाफियाओं की जन्म कुंडली बनाने के लिए एंटी भूमाफिया सेल का गठन जिलेवार किये जाने का फैसला किया था। जनपद प्रतापगढ़ में भी एंटी भूमाफिया सेल का गठन किया गया था। राजस्व मामले में शान्ति ब्यवस्था बनाये रखने के लिए पुलिस बल की आवश्यकता होती है, लिहाजा इस बार योगी सरकार ने सप्ताह में दो दिन गुरुवार और शनिवार को राजस्व विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम बनाकर राजस्व के प्रकरण को निपटाने का कार्य सम्पन्न कराने का निर्देश योगी सरकार ने जारी किया। जनपद प्रतापगढ़ में भूमाफियाओं पर नकेल कसने के लिए अभी तक जिला प्रशासन द्वारा कुछ विशेष कार्य नहीं हुआ,परन्तु इधर बीच जिलाधिकारी प्रतापगढ़ ने शख्ती दिखाई तो पट्टी तहसील के मंगरौरा ब्लाक के मदाफरपुर ग्राम सभा में सुबह-सुबह मयफोर्स एक गाड़ी PAC के साथ एसडीम पट्टी आ धमके।
चूँकि मदाफरपुर काफी पुरानी बाजार है और जिस भूमि और तालाब की जांच के लिए उप जिलाधिकारी पट्टी जे पी मिश्र मदाफरपुर पहुंचे थे, उस भूमि और तालाब पर कई वर्षों से सोमवार और गुरुवार को बाजार लगती है। जिला प्रशासन के निर्देशन पर उप जिलाधिकारी पट्टी जे पी मिश्र और क्षेत्राधिकारी पट्टी सहित कोहड़ौर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक व राजस्व टीम सहित एक गाड़ी PAC लिए पूरी मुश्तैदी के साथ राजस्व ग्राम मदाफरपुर और चनुआडीह बार्डर पर जहां सैकड़ो वर्ष से मदाफरपुर बाजार लगती रही वहां बाजार लगने से पहले ही पहुंचकर 8 बीघे तालाब की अराजी सहित ग्राम समाज की भूमि की पैमाइश कराने के लिए सबको तितर-वितर कर अपनी पैमाइश की कार्यवाही शुरू की। गुरुवार का दिन था और मदाफरपुर बाजार का साप्ताहिक दिन भी था, लिहाजा शुरुवात में दबंग व मनबढ़ बाजार मालिक अरविन्द जायसवाल उर्फ पप्पू और उसका ग्राम प्रधान पुत्र विपिन जायसवाल उर्फ सोनू ने प्रशासन से कुछ दबंगई दिखाना चाहे, जिस पर उप जिलाधिकारी,पट्टी जे पी मिश्र ने उन्हें उनकी ही भाषा में समझाकर उन दोनों को शांत रहने के लिए मजबूर कर दिया।
सबसे बड़ा सवाल यह है कि जिस स्थल पर सैकड़ो वर्ष से मदाफरपुर बाजार लगती रही और सालभर में एक बार स्थानीय मेला भी लगा करता था और प्रशासनिक लोग उसमें सरीक भी होते रहे,परन्तु उस समय उस पर कोई ध्यान नहीं दिया। तालाब पाटकर बाजार लगवाना और सरकारी भूमि पर अवैध कब्ज़ा कर उस पर पक्का निर्माण कराकर उसका ब्यवसायिक लाभ कई वर्षो से बाजार मालिक लेता रहा और राजस्व विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की आँख में क्या मोतियाविन्द हुई थी,जो अभी तक नहीं दिखा ? दोहरे चरित्र वाले राजस्व विभाग के कर्मचारियों को पैमाइश करने पर पता चला कि उक्त तालाब, पड़ोसी राजस्व ग्राम चनुआडीह के बार्डर पर स्थित है, जिसका लाभ बाजार मालिक अरविन्द जायसवाल उर्फ पप्पू और उसके पूर्वज राधेश्याम जायसवाल एवं बच्चा शाहू जी लेते आ रहे थे, परन्तु राजस्व कर्मचारियों को तब तक कुछ नहीं दिखा, जब तक शासन व प्रशासन की इच्छाशक्ति मरी हुई थी।
सही बात यही है कि जब तक किसी को राजनैतिक संरक्षण प्राप्त रहता है, तब तक उसका शासन व प्रशासन भी बाल बांका नहीं कर पाता और जैसे ही राजनैतिक संरक्षण समाप्त हो जाता है तो वही शासन व प्रशासन उसके गले की फांस बन जाता है। आज उसी शासन व प्रशासन द्वारा जब भूमाफियाओं के विरुद्ध शिकंजा कसा गया तो जो सच सामने आया, उसे देख व सुनकर लोग दंग रह गए। उक्त तालाब जहां बाजार लगा करती है, उसका रकबा 7 बीघे का है और उस तालाब को पाटकर बाजार मालिक वर्षो से वहां बाजार लगवाता रहा और उसके एवज में बैठकी के नाम पर बनियों से पैसा वसूलता रहा। यही नहीं चनुआडीह और मदाफरपुर दोनों राजस्व ग्राम में कई बीघे सरकारी जमीन पर अबैध कब्जा कर बाजार मालिक अरविन्द जायसवाल उर्फ पप्पू व सोनू जायसवाल सप्ताह के दो दिन उस पर बाजार लगवाकर अभी तक धनार्जन करते रहे। तालाब में मछली पालन कर उसका भी लाभ उठाते थे। साथ ही अवैध रूप से कब्जा कर जबरन हथियाई गई सरकारी भूमि पर स्थाई रूप से निर्माण कर उस पर कई तरह के ब्यवसाय करने में बाजार मालिक अरविन्द जायसवाल उर्फ पप्पू व उनके पुत्र सोनू जायसवाल मशगूल रहे।
कोहड़ौर कोतवाली क्षेत्र के मदाफरपुर ग्राम सभा में कई बर्षो से उक्त तालाब पर से अवैध कब्जे को खाली करवाये जाने का प्रयास स्थानीय लोगों द्वारा किया जा रहा था,परन्तु स्थानीय लोगों को अभी तक सफलता नहीं मिल सकी थी। आज तहसील प्रशासन भारी पुलिस बल के साथ कड़ी मशक्कत से अरविंद जायसवाल व सोनू द्वारा किये गए अवैध कब्जे को खाली करवाने में सफल रहा। एसडीएम पट्टी के साथ सी ओ सिटी, एक गाड़ी पी ए सी और कोहड़ौर थाने के कोतवाल मयफ़ोर्स पूरे दिन मदाफरपुर बाजार में उस तालाब को खाली कराने के लिए डटे रहे। उप जिलाधिकारी,पट्टी जे पी मिश्र ने बताया कि बाजार मालिक अरविन्द जायसवाल उर्फ पप्पू और सोनू सरकारी भूमि पर अवैध रूप से कब्जा कर अभी तक उसका कई तरीके से लाभ लेते रहे, जिसे आज उनसे खाली कराया गया और भूमाफियाओं की श्रेणी में इनका नाम शामिल कर लिया गया है। इन पर सरकारी भूमि और तालाब पर अतिक्रमण कर अवैध निर्माण करने के विरुद्ध कार्यवाही कराई जायेगी और सुसंगत धाराओं में मुकदमा भी लिखाया जाएगा। ये कार्रवाई जिला प्रशासन द्वारा महज कुछ दिनों के लिए ही की गई थी, क्योंकि सोनू जायसवाल विधायक, सांसद और मंत्री मोती सिंह के यहाँ दरबारी है, जिस वजह से उसे राहत मिल गई। योगी राज-2 की शुरुवात बहुत खतरनाक रूप से शुरू हुई है। प्रतापगढ़ में अवैध शराब की कमाई से करोड़ों रूपये कमाने वाले शराब माफिया गुड्डू सिंह की 7 करोड़ की सम्पत्ति जिला व पुलिस प्रशासन ने से कर जिले के माफियाओं को साफ संकेत दिया है कि इस बार किसी को बक्शा नहीं जायेगा, उसकी कितनी भी ऊँची पकड़ हो परंतु उस पर बाबा का बुलडोजर अवश्य चलेगा।