मायावती को लगा तगड़ा झटका, पूर्व विधायक ने दिया इस्तीफा, थामा भाजपा का दामन
एटा। लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटीं बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती को तगड़ा झटका लगा है। पूर्व विधायक रहे अजय यादव ने गुरुवार को पार्टी से इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थाम लिया है। अजय यादव के साथ कई अन्य नेताओं ने भी भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है। तीन नगर पंचायत अध्यक्ष, एक ब्लॉक प्रमुख, पटियाली विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक पार्टी में शामिल हुए। जिलाध्यक्ष का दावा है कि इनके साथ एक हजार लोगों ने भाजपा की सदस्यता ली है।
भाजपा जिला कार्यालय पर पार्टी के लोकसभा क्षेत्र प्रभारी नागेंद्र दुबे गामा और जिलाध्यक्ष संदीप जैन ने इन सभी को सदस्यता ग्रहण कराई। नगर पंचायत मिरहची की अध्यक्ष लक्ष्मी उपाध्याय, उनके पति पूर्व प्रधान सर्वेश उपाध्याय, निधौली कलां की नगर पंचायत अध्यक्ष शिखा गुप्ता और सकीट नगर पंचायत की अध्यक्ष मानवी यादव पार्टी में शामिल हुईं।
इनमें से शिखा गुप्ता ने भाजपा से बगावत कर नगर पंचायत अध्यक्ष के लिए चुनाव लड़ा और पार्टी प्रत्याशी को हराया था। जबकि निर्दलीय लक्ष्मी उपाध्याय ने मिरहची नगर पंचायत पर और बसपा की मानवी यादव ने सकीट नगर पंचायत पर भाजपा प्रत्याशियों को हराया था। इनके अलावा साल- 2012 में बसपा से चुने गए पटियाली के पूर्व विधायक अजय यादव ने अपने पूरे परिवार के साथ भाजपा की सदस्यता दी। अजय यादव तीन बार जिला पंचायत अध्यक्ष भी रह चुके हैं। बेटी नगर पंचायत सकीट की अध्यक्ष, पुत्रवधू ब्लॉक प्रमुख और बेटा प्रधान है।
जनप्रतिनिधियों और अन्य दलों के नेताओं के सदस्यता ग्रहण करने को लेकर भाजपा के एटा लोकसभा क्षेत्र प्रभारी नागेंद्र दुबे गामा अति उत्साह में आ गए। विपक्ष पर ऐसे हमलावर हुए कि शब्दों की मर्यादा को पीछे छोड़ दिया। विपक्ष के लिए अपोजिशन के मरे हुए लोग, चोर, डकैत जैसी संज्ञा दे डालीं। चोर डकैत के आगे केजरीवाल, लालू प्रसाद यादव, मायावती के नाम जोड़े।बोले आपके टोंटी चोर हैं। इन सबने देश-प्रदेश को बेच दिया। लोकसभा क्षेत्र प्रभारी से सवाल पूछा गया था कि ईडी, सीबीआई के डर से तो कहीं विपक्षी भाजपा में शामिल नहीं हो रहे है। इस पर ही वह आवेश में आ गए और विपक्षी नेताओं को एक-एक कर दोषारोपण कर डाला।