मां ने तीन साल की बच्ची को जहर देकर की खुदकुशी, यह सब देख पति ने अपने आप को किया आग के हवाले
गाजियाबाद। मुरादनगर थाना क्षेत्र के गांव रेवड़ा रेवड़ी में दंपती व तीन वर्षीय बच्ची की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। घटना सोमवार देर रात की है। महिला निशा व बच्ची शालू की मौत जहर के सेवन से सामने आई है, जबकि व्यक्ति अंकुर ने खुद को आग लगाई। स्वजन ने पुलिस को बिना सूचित किए तीनों का मंगलवार शाम को अंतिम संस्कार कर दिया। बुधवार को किसी ग्रामीण से पुलिस को सूचना मिली तो अधिकारियों ने गांव में जाकर जांच की। इसमें मौत की बात पुष्ट निकली, लेकिन मौत का कारण पता नहीं चला। स्वजन ने कानूनी कार्रवाई से इनकार किया है। पुलिस अपने स्तर पर छानबीन में जुटी है।
अचानक कमरे में लगी आग…
रेवड़ा-रेवड़ी गांव के अंकुर कुमार किसान थे। घर में पत्नी निशा और तीन वर्षीय बच्ची शालू के साथ रहते थे। निशा गृहणी थी। घर में पिछले कई दिनों से कलह चल रही थी। जानकारी के मुताबिक, एक अप्रैल यानी सोमवार देर रात अंकुर, निशा व शालू कमरे में थे। अचानक कमरे में आग लग गई।
महिला और बेटी के मुंह से निकल रहे थे झाग…
धुआं उठता देख स्वजन व आसपास के लोग दौड़े और आग बुझाई। आग की चपेट में आकर अंकुर बुरी तरह झुलस गए। जबकि निशा व शालू बेहोशी की हालत में थे। उनके मुंह से झाग निकल रहे थे। स्वजन व आसपास के लोग तीनों को अस्पताल लेकर पहुंचे।
अस्पताल रेफर किए गए तीनों…
निशा व शालू को मोदीनगर के अस्पताल में मृत घोषित किया, जबकि अंकुर को मेरठ के अस्पताल रेफर किया गया। निशा व शालू का शव गांव पहुंचा ही था, इस बीच सूचना मिली कि उपचार के दौरान अंकुर की भी मौत हो गई है। रात में ही तीनों के शव गांव पहुंच गए। घटना की जानकारी पुलिस को नहीं दी गई। मंगलवार को गांव में उनका अंतिम संस्कार किया गया। बुधवार को एसीपी मसूरी नरेश कुमार व थाना प्रभारी मुकेश सोलंकी गांव पहुंचे और छानबीन की। मृतक के स्वजन व गांवों के लोगों से पूछताछ की गई। इस दौरान पुलिस को घटना के साक्ष्य मिले। डीसीपी ग्रामीण ने बताया कि पुलिस अपने स्तर से मामले की छानबीन में जुटी है।