नगरपालिका प्रतापगढ़ अध्यक्ष, हरि प्रताप सिंह लोकसभा चुनाव प्रचार में नहीं आ रहे हैं, नजर
प्रतापगढ़। लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा की तरफ से सांसद संगम लाल गुप्ता उम्मीदवार हैं। इस बार चुनाव प्रचार में नपाध्यक्ष हरि प्रताप सिंह और उनकी टीम कहीं नजर नहीं आ रही है। नगरपालिका प्रतापगढ़ के अध्यक्ष पद पर हरि प्रताप सिंह साल-1995 से अभी तक कुल 6 बार चुनाव में एन-केन-प्रकारेण कुर्सी हथियाने में उन्हें महारथ हासिल है। उम्र के आख़िरी पड़ाव में नपाध्यक्ष हरि प्रताप सिंह इन दिनों अस्वस्थ हैं, परन्तु इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। उनका निजी फोन भी बंद चल रहा है। उनके लोग भी उनसे बात नहीं कर पा रहे हैं। घरवाले कुछ बताने के लिए तैयार नहीं हैं। ऐसे में सिर्फ लोग कयास लगा रहे हैं कि वह किसी गंभीर बीमारी के शिकार हो गए हैं।
लोकसभा चुनाव प्रचार से गायब होने से क्षेत्र में हो रही है, तरह-तरह की चर्चा
साल-2012 के निकाय चुनाव में जब भाजपा ने उनका टिकट काटकर रवि प्रताप सिंह को उम्मीदवार बनाया तो वह निर्दलीय चुनाव लड़ गए। अध्यक्ष पद पर फाइट कर रहे अन्य उम्मीदवारों और सभासद पद पर लड़ रहे उम्मीदवारों के बीच साँठ गाँठ करके हरि प्रताप सिंह ये भी चुनाव जीत लिए। हालाँकि जीत का अंतर कम रहा। हरि प्रताप सिंह को जब भाजपा टिकट नहीं देती तो वह भूमिगत हो जाते हैं और अंदर ही अंदर अपने निजी फायदे के लिए पार्टी विरोधी कार्य में लिप्त हो जाते हैं। इस बार उनका कुछ पता ही नहीं चल पा रहा हैं कि आखिर वह किस दुनिया में हैं ? फ़िलहाल हरि प्रताप सिंह मायाबी किस्म के इंसान हैं, उन्हें समझ पाना समान्य काम नहीं है।
नपाध्यक्ष हरि प्रताप सिंह पर मौकापरस्ती का हर चुनाव में लगता रहा है, आरोप
साल-2017 में जब भाजपा ने हरी प्रताप सिंह को टिकट नहीं दिया तो वह 24 घंटे के लिए कांग्रेस में चले गए थे और जब वहाँ से बात नहीं बनी तो प्रतापगढ़ विधानसभा चुनाव का नामांकन निर्दलीय कर दिया और बाद में अपना नामांकन वापस ले लिया था। नामांकन वापसी में आरोप लगे थे कि हरि प्रताप सिंह ने भाजपा और अपना दल एस के संयुक्त उम्मीदवार संगम लाल गुप्ता से बड़ी डील की थी, तब अपना पर्चा वापस लिया था। निकाय चुनाव-2023 से पहले एमएलसी का चुनाव हुआ तो भाजपा ने हरि प्रताप सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया। इस चुनाव में हरि प्रताप सिंह की बहुत भद्द हुई। धन भी गया और धर्म भी नष्ट हुआ था।
भाजपा ने प्रथम सूची में संगम लाल गुप्ता को बनाया था, उम्मीदवार
नगरपालिका प्रतापगढ़ का सीमा विस्तार हो चुका है। वर्तमान में 1लाख से अधिक मतदाता नगरपालिका क्षेत्र में हैं। विधानसभा और लोकसभा के उम्मीदवारी के लिए हरि प्रताप सिंह लाइन लगाने में पीछे नहीं रहते। भाजपा जब से संगम लाल गुप्ता को अपना उम्मीदवार बनाया है। तभी से हरि प्रताप सिंह प्रतापगढ़ में नजर नहीं आये। वह कहाँ हैं और उनकी रणनीति क्या है यह भी बताने वाला कोई नहीं है। कुछ लोग उन्हें अस्वस्थ होने का दावा कर रहे हैं तो कुछ लोग दिल्ली में भर्ती होकर ईलाज कराने का दावा कर रहे हैं। ऐसे में भाजपा उम्मीदवार संगम लाल गुप्ता के पक्ष में नगरपालिका क्षेत्र की वह मतदाता काफी हैरान व परेशान हैं जो हरि प्रताप सिंह के इशारे पर अपना वोट करते हैं।
टिकट की घोषणा के साथ ही नपाध्यक्ष हरि प्रताप सिंह राजनीतिक परिदृश्य से हो गए, उड़नछू
सूबे में अवैध बूचड़खाने यानि स्लाटर हाउस बंद कर दिए गए,परन्तु प्रतापगढ़ में हरि प्रताप सिंह अपने वोटबैंक की रक्षा में अवैध स्लाटर हाउस संचालित है। नगरपलिका उससे बकायदा टैक्स भी लेती है और चुनाव के समय हरि प्रताप सिंह उनसे अपने पक्ष में वोट भी लेते हैं। वैसे स्लाटर हाउस संचालन करने वाले भाजपा विरोधी होते हैं, परन्तु हरि प्रताप सिंह की वजह से उनका अवैध धंधा संचालित होता है, इसलिए सिर्फ नगरपालिका के चुनाव में अवैध स्लाटर हाउस संचालन करने वाले हरि प्रताप सिंह को अपना वोट देते हैं। पापी पेट का सवाल रहता है। लोकसभा के चुनाव में नपाध्यक्ष हरि प्रताप सिंह का नजर न आना चर्चा का विषय बना हुआ है।