105 साल बाद टूटा नगर पालिका का दोहरा रिकार्ड, पहली बार सपा प्रत्याशी ने दर्ज की जीत
उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ नगर पालिका परिषद के चुनाव में 105 साल बाद दोहरा रिकार्ड टूटा है। पहला यह कि गठन के बाद पहली बार कोई अल्पसंख्यक अध्यक्ष के आसन पर विराजमान होगा और दूसरा यह कि अस्तित्व में आने के बाद पहली बार सपा प्रत्याशी को सफलता मिली है। पिछले कई चुनावों में सपा अधिकतर अल्पसंख्यक प्रत्याशी को उतारती रही। सफलता नहीं मिली, तो इससे पहले के चुनाव में व्यापारी नेता पद्माकर लाल वर्मा उर्फ घुट्टुर काे उतारा, लेकिन वह भी सपा की झोली नहीं भर सके। अबकी सपा ने फिर एमवाई का कार्ड खेला, तो सदर के अपराजेय विधायक कहे जाने वाले दुर्गा यादव ने भी पूरी ताकत झोंक दी। नतीजा यह कि इतिहास बदल गया और नगर पालिका परिषद के 21वें अध्यक्ष के रूप में सरफराज आलम को जनता ने ताज पहना दिया। अंग्रेजी हुकूमत में वर्ष-1918 में म्युनिस्पल बोर्ड का गठन करते हुए उस समय के हरष चंद्र रईस को अध्यक्ष मनोनीत किया गया था। उसी वर्ष चुनाव कराया गया और गंगा प्रसाद राय अध्यक्ष चुने गए। वर्ष-1922 के चुनाव में सूर्यनाथ सिंह, वर्ष-1925 में गंगा प्रसाद राय, वर्ष-1928 में परमेश्वरी दयाल, वर्ष-1930 में बृज बिहारी लाल, वर्ष-1931 में गंगा प्रसाद राय, वर्ष-1933 में सूर्य कुमार सिंह अध्यक्ष बने।
उसके बाद काफी दिनों तक चुनाव नहीं हुआ। आजादी के बाद फिर चुनाव हुआ तो वर्ष-1953 में नागेश्वर प्रसाद श्रीवास्तव, वर्ष-1957 में रामसिंगार राय, वर्ष-1968 में अंबिका तिवारी, वर्ष-1971 में कन्हैया सिंह, वर्ष-1976 में मुनीब राम गुप्ता अध्यक्ष बने। उसके काफी दिनों बाद वर्ष-1988 में फिर चुनाव हुआ, तो रामसिंगार राय, वर्ष-1995 में माला द्विवेदी, वर्ष-2000 में गिरीश चंद्र श्रीवास्तव, वर्ष-2006 में गिरीश चंद्र श्रीवास्तव अध्यक्ष चुने गए। कार्यकाल के दौरान ही उनका निधन हो गया, तो वर्ष-2011 में उपचुनाव हुआ और उनकी पत्नी शीला श्रीवास्तव को जनता ने मौका दिया। उसके बाद वर्ष-2012 में चुनाव हुआ तो इंदिरा देवी जायसवाल और वर्ष-2017 में फिर शीला श्रीवास्तव अध्यक्ष बन गईं। वर्ष-1995 तक यह व्यवस्था थी कि अध्यक्ष के अलावा वरिष्ठ और कनिष्ठ उपाध्यक्ष का चुनाव सभासद करते थे और अध्यक्ष का दो साल का कार्यकाल पूरा होने पर अविश्वास प्रस्ताव लाने की व्यवस्था थी, लेकिन उसके बाद अविश्वास प्रस्ताव की व्यवस्था को सरकार ने समाप्त कर दिया।