मुस्लिमों ने लगाए पोस्टर,उर्दू में लिखा- न दूरी है न खाई है मोदी हमारा भाई है
अमरोहा। न दूरी है न खाई है मोदी हमारा भाई है,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ की फोटो के साथ उर्दू भाषा में लिखे हुए बड़े बड़े होर्डिंग, फ्लेक्सी और पोस्टर उत्तर प्रदेश के अमरोहा में खासतौर पर मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में ज्यादा दिखाई दे रहे हैं। ये पोस्टर खुद मुस्लिम लोगों के द्वारा लगाए गए हैं। इन पोस्टरों से जाहिर हो रहा है कि मुस्लिम समाज भाजपा के खासतौर से मोदी और योगी के समर्थन में खुलकर सामने आ रहा है और नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री देखना चाहता है।
अबू धाबी में मंदिर बनना फक्र की बात
अमरोहा के मुस्लिम समाज के लोगों का साफ और खुलकर कहना है कि मोदी जी देश की शान हैं, आन हैं और हिंदुस्तान मुसलमानों का भाईजान है।मुस्लिम समाज ये मैसेज पूरे हिंदुस्तान को देना चाह रहा है।मुस्लिम समाज का कहना है कि अब मुस्लिम पीछे क्यों रहेगा। आबू धाबी में मंदिर बनना और प्रधानमंत्री द्वारा शिलान्यास किया जाना ये हिंदुस्तान के लिए बड़े फक्र की बात है। हिंदुस्तान का मुसलमान भी समझ रहा है कि हमारे प्रधानमंत्री जी को दुनिया में इतना मान सम्मान मिल रहा है तो हम मुस्लमान कैसे पीछे रह जाएंगे।
मोदी के साथ क्यों जुड़ रहा मुसलमान
मोहम्मद अकरम ने कहा कि ना दूरी है ना खाई है, मोदी हमारा भाई है, ये नारा अमरोहा सहित पूरे उत्तर प्रदेश में पोस्टरों के द्वारा चल रहा है। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की सभी योजनाओं का लाभ सभी समाज को बिना किसी भेदभाव के सभी को मिल रहा है। सबका साथ सबका विकास देखकर ज्यादा से ज्यादा मुसलमान भाजपा के साथ जुड़ रहा है।वहीं मोहम्मद शुएव का कहना है कि मोदी जी के साथ जो मुसलमान जुड़ रहा है उसका कारण है सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं में किसी तरह का कोई भेदभाव नहीं है। वह सभी धर्मों को साथ लेकर चल रहे हैं।