धधुआ में आतंक का पर्याय बने पकड़े गए नाग-नागिन,मासूम भाइयों की डसने से हुई थी मौत,पिता पर भी बोला था हमला
प्रतापगढ़। उत्तर प्रदेश के बड़के जिले प्रतापगढ़ में लालगंज थाना क्षेत्र के धधुआ गाजन गांव में सगे भाइयों को डसकर काल के गाल में पहुंचाने वाले नाग-नागिन को पकड़ लिया गया है। दोनों आतंक का पर्याय बन चुके थे। सपेरे ने कड़ी मशक्कत के बाद नाग-नागिन के जोड़े को पकड़ा है। पकड़े गए नाग-नागिन के जोड़े को देखने के लिए लोगों का भारी हुजूम जुटा था। बता दें कि सपेरा बुधवार से ही नाग-नागिन को खोजने में जुटा था, लेकिन हाथ नहीं लग रहे थे। गुरुवार सुबह 10 बजे नाग-नागिन के जोड़े को सपेरे ने पकड़ लिया।
सगे भाइयों को डसने के बाद पिता पर भी नाग-नागिन ने बोला था हमला…
सगे मासूम बेटों को डसकर काल के गाल में पहुंचाने वाले नाग-नागिन ने पिता पर हमला बोल दिया था। शौच के लिए पहुंचा पिता शौचालय में बैठे नाग-नागिन की फुफकार से बेहोश हो गया। डसने की आशंका पर परिजन उसे ट्रामा सेंटर लेकर पहुंचे। यहां चिकित्सकों की जांच में डसने का निशान न मिलने पर परिजनों ने राहत की सांस ली। दो घंटे चले उपचार के बाद होश आने पर उसने लोगों को आपबीती बताई।
धधुआ गाजन गांव के बबलू यादव का बेटा 7 वर्षीय अर्नव और 9 वर्षीय अगम की रविवार को नाग-नागिन के डसने से मौत हो गई थी। मासूम बेटों की मौत की खबर पाकर परदेश से पिता बबलू यादव घर पहुंचा और सोमवार को दोनों मासूमों का अंतिम संस्कार हुआ। दो मासूम बेटों की मौत के बाद घर का चिराग बुझने की दर्दनाक घटना से परिजन अभी उभर भी नही पाए थे कि बुधवार को नाग-नागिन के जोड़े ने पिता बबलू पर भी हमला बोल दिया।
दिन भर खोजने के बाद नहीं मिली थे नाग-नागिन…
नाग-नागिन की खोजबीन में बुधवार को सुबह से ही ग्रामीणों का भारी हुजूम जुट रहा,लेकिन नाग-नागिन का कहीं भी पता नहीं चल सका। परेशान ग्रामीणों ने नाग-नागिन को पकड़ने के लिए सपेरे को बुलाया। सपेरा बबलू यादव के घर से लेकर आस-पास के घरों समेत खेत, झाड़ियों में तंत्र मंत्र और जड़ी बूटी से नाग-नागिन को पकड़ने के लिए कोशिश करता रहा। दिन भर कड़ी मशक्कत करने के बाद भी सपेरा नाग-नागिन को नहीं पकड़ सका।
दो मासूमों की मौत और पिता पर हमले के बाद से लोगों में नाग-नागिन का खौफ बढ़ गया था। बता दें कि बबलू यादव के अर्नव और अगम के अलावा तीसरी कोई संतान नही थी। बबलू गुजरात में अपने पिता के साथ दिहाड़ी पर काम करते हैं।अर्नव और अगम दोनों एक दूसरे से बेहद प्यार करते थे। दोनों में इतना लगाव था कि वे एक ही चारपाई पर साथ-साथ सोते थे। पढ़ने भी एक साथ ही जाते थे।