कन्नौज रेप केस में फरार चल रहे नवाब सिंह के भाई नीलू यादव ने पुलिस को चकमा देकर किया सरेंडर, कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में भेजा
कन्नौज। नाबालिग से रेप के मामले में आरोपी नवाब सिंह यादव के भाई नीलू यादव ने पुलिस को चकमा देकर कन्नौज कोर्ट में सरेंडर कर दिया। कन्नौज पुलिस ने नवाब के भाई नीलू यादव को पीड़ित लड़की की बुआ को पैसे का लालच देकर मुकदमे के साक्ष्य मिटाने के मामले में आरोपी बनाया था। कई दिनों से नीलू यादव फरार था। पुलिस ने नीलू की गिरिफ्तरी के लिए 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था।
सूत्रों की मानें तो नीलू की गिरफ्तारी के लिए एसओजी के साथ एसटीएफ की टीम भी लगाई गई थी। इसके साथ ही नीलू के कई करीबियों को भी पुलिस ने पूछताछ के लिए उठाया था। इस बीच नीलू ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया। कोर्ट ने नीलू को न्यायिक हिरासत में भेजा है। मंगलवार की सुबह नवाब सिंह के अधिवक्ता राकेश तिवारी ने नीलू यादव को पाक्सो कोर्ट में सरेंडर करा दिया। हैरान करने वाली बात रही कि कन्नौज पुलिस को इसकी जरा सी भनक नहीं लगी। सुबह जब कोर्ट में मीडिया का जमावड़ा लगा तब पुलिस पहुंची।
बता दें कि 12 अगस्त को एक नाबालिग लड़की ने समाजवादी पार्टी के पूर्व ब्लाक प्रमुख नवाब सिंह यादव पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था। पुलिस ने इस मामले में आरोपी नवाब सिंह यादव को गिरफ्तार किया था। नाबालिग को ले जाने वाली बुआ को पुलिस ने कुछ दिन बाद गिरफ्तार किया था। बुआ ने पूछताछ में बताया कि आरोपी के भाई नीलू यादव ने उसको पैसे का लालच देकर कहा था कि वह लड़की का मेडिकल न कराए। साथ ही बयान से भी लड़की को मुकरवा दे। बुआ के बयान को विवेचना में शामिल करने के बाद पुलिस नीलू की तलाश में जुट गई थी। कई दिन गुजर जाने के बाद जब नीलू यादव सामने नहीं आया तो पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद ने नीलू यादव पर 25000 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया।
इस बीच डीएनए रिपोर्ट आने के बाद मुख्य आरोपी नवाब सिंह की मुश्किलें बढ़ गई हैं। नवाब सिंह और पीड़िता का डीएनए मैच हो गया है। एसपी अमित कुमार आनंद ने बताया कि नाबालिग लड़की ने नवाब सिंह यादव पर रेप का आरोप लगाया था। जिसके बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया था। कोर्ट के आदेश और आरोपी की स्वीकृति के बाद डीएनए सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया था। जिसकी रिपोर्ट आ गई है। आरोपी और पीड़िता का डीएनए मैच कर गया है, जिससे रेप की पुष्टि हुई है।