पुलिस ने हत्या-लूट करने वाले गिरोह का किया राजफाश; छह बदमाश को किया गिरफ्तार, खेतों में छिपकर लोगों को बनाते थे शिकार
बरेली। कुछ महीनों पहले अपराध की दुनिया में कदम रखने वाले आठ लोगों के गिरोह का पुलिस ने राजफाश कर दिया। ये सभी बदमाश लूट और हत्याओं की घटनाओं को अंजाम देते थे। पिछले छह महीने में बदमाशों ने तीन लूट और दो लोगों की हत्या की थी। मुकदमा लिखे जाने के बाद पुलिस और एसओजी की टीम ने जांच शुरू की तो बदमाशों का पता चला। बुधवार तड़के छह बदमाशों को मुठभेड़ के बाद पकड़ा। इसमें दो बदमाशों के पैर में गोली लगी है, जबकि एक कांस्टेबल भी घायल हुए। फरार दो बदमाशों की तलाश में टीमें जुटी हैं।
पुलिस के मुताबिक, 20 दिसंबर को केशौपुर रसूलपुर निवासी सूरजपाल बाइक से घर जा रह थे। पहले से गन्ने के खेत में छिपे बैठे बदमाशों ने झपट्टा मारकर उन्हें गिराया तो पीटना शुरू कर दिया। बदमाशों ने उन्हें तब तक पीटा जब तक उनकी मृत्यु नहीं हो गई। फिर वह सूरजपाल का मोबाइल आदि लेकर फरार हो गए।
मामले में शेरगढ़ थाने में सूरजपाल के भाई मुकेश ने प्राथमिकी लिखाई थी। इस घटना से ठीक एक माह पूर्व बदमाशों ने खुटिया गांव निवासी अरविंद को भी पनवड़िया गांव के पास घेरा था। उनका मोबाइल, पर्स, एटीएम सभी कुछ छीनकर फरार हो गए। आरोपितों ने धारदार हथियार से अरविंद को जख्मी किया था। सबसे पहली घटना इन बदमाशों ने जुलाई में की थी।
सीकरी गांव के पास बदमाशों ने उसी क्षेत्र के सज्जाद को घेरा था। उनके सिर पर लाठियों से इतने वार किए कि उनकी मृत्यु हो गई। इस मामले में शेरगढ़ थाने में प्राथमिकी लिखी गई थी। पुलिस ने तीनों की मामलों की जांच करते हुए बुधवार सुबह मुठभेड़ में बहेड़ी के मिर्जापुर गांव निवासी रनवीर, शीशगढ़ के सियाठेरी गांव निवासी देवेंद्र उर्फ देवा, मधुकरपुर निवासी भूपेंद्र, सियाठेरी गांव के ही दीपक, गुलड़िया गांव का रितिक और सियाठेरी गांव के ही जितेंद्र उर्फ लुक्का डान को पकड़ा। लुक्का डान और रितिक के पैर में गोली लगी है। इस गिरोह के सरगना जितेंद्र और सतीश हैं। जितेंद्र गिरफ्तार हो गया जबकि सतीश और एक अन्य बदमाश अभी फरार चल रहा है।
ऐसे देते थे घटनाओं को अंजाम…
पूछताछ में सामने आया कि जितेंद्र उर्फ लुक्का डान एवं सतीश तय करते थे कि घटना कब व कैसे करनी है। बदमाशों ने बताया कि वह किसी भी घटना पर चार लोग ही एक बाइक पर जाते हैं। बाइक सुरक्षित जगह खड़ी कर किसी खेत या झाड़ियों में छिपकर अकेले व्यक्ति के आने का इंतजार करते थे। फिर अकेले व्यक्ति के आते ही सभी एक साथ उस पर टूटकर पीटना शुरू कर देते। फिर उसको अधमरा कर या मारकर ही छोड़ते थे। फिर जो भी उसके पास मिलता, उसे लूटकर फरार हो जाते थे।
पकड़ने में सर्विलांस आया काम…
बदमाशों को पकड़ने में सबसे अहम भूमिका सर्विलांस की रही। पुलिस ने लोकेशन निकाली, तो सभी की लोकेशन घटनास्थल पर मिली। एटीएम ट्रांजेक्शन आदि को देखे तो आरोपितों की लोकेशन मिलने लगी। बुधवार को पुलिस को सूचना मिली तो बदमाशों को गिरफ्तार करने पहुंचे। पकड़ने से पहले ही उन्होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने फायर किया तो दो बदमाशों के पैर में गोली लगी।
यह चीजें हुई बरामद…
पुलिस ने बदमाशों के पास से दो अवैध तमंचा, छह कारतूस, तीन चाकू, एक गड़ासा, तीन बाइक, मृतक का वोटर आइडी, एटीएम कार्ड आदि चीजें बरामद हुई। इससे यह स्पष्ट हो गया कि यह वही आरोपित हैं जिन्होंने सभी घटनाओं को अंजाम दिया था। एसपी नॉर्थ मुकेश मिश्र ने बताया कि सभी बदमाशों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। दो बदमाशों के पैर में गोली लगी है, जिन्हें उपचार को जिला अस्पताल में भेजा गया है। सभी आरोपितों को जेल भेज दिया है।