प्यार, इश्क, अपहरण और फिर हत्या के कॉकटेल का पुलिस ने किया ख़ुलासा ,हेड कांस्टेबल ने रची थी साजिश
यूपी के कानपुर में इश्क, अपहरण और फिर हत्या के कॉकटेल का पुलिस ने खुलासा किया है। उत्तर प्रदेश पुलिस में हेड कांस्टेबल ने प्रेमिका की हत्या की साजिश रची थी। सिपाही ने नर्स प्रेमिका को रास्ते से हटाने के लिए अपहरण कर, उसकी हत्या कर दी। सबूत मिटाने के लिए फुलप्रूफ प्लान बनाया। अब कानपुर पुलिस ने नर्स की हत्या का खुलासा किया है।
नर्स प्रेमिका को रास्ते से हटाने के लिए अपहरणकर, कर दी थी हत्या, सबूत मिटाने के लिए लगा दिया था फुल पुलिसिया क्रिमिनल माइंड नर्स कातिल कांस्टेबल पर शादी का दबाव बना रही थी। जानकारी के मुताबिक आरोपी नर्स को किसी बहाने एटा ले गया, जहां उसने अपने साथी के साथ मिलकर पूरी वारदात को अंजाम दिया था। शनिवार को बर्रा पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर वारदात का खुलासा किया।
दो तीन साल पहले हुई थी मुलाकात
घटना में मिली जानकारी के अनुसार बर्रा थाने में तैनाती के दौरान सिपाही की नर्स से मुलाकात हुई थी। मूलरूप से एटा के मोहल्ला गांधीनगर का जैथरा निवासी मनोज कुमार पुलिस में सिपाही है। उसकी दो तीन साल पहले बर्रा थाने में तैनाती के दौरान शालिनी तिवारी से जान पहचान हुई थी। नजदीकियां बढ़ने पर शालिनी, मनोज पर शादी का दबाव बनाने लगी। जानकारी के मुताबिक आरोपी मनोज पहले से शादीशुदा था।
शादी की दबाव बना रही थी मृतिका
शालिनी के द्वारा मनोज पर शादी के लिए दबाव बनाने पर मनोज ने उसकी हत्या की योजना बनाई। उसने शालिनी का पहले अपहरण किया फिर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद अपने साथी सचेंडी के ग्राम राम सिंह का पुरवा निवासी राहुल कुमार की मदद से शव को अपने पैतृक गांव एटा ले गया। यहां उसने सूखे कुएं में लाश को फेंक दिया। इसके बाद मनोज और राहुल कानपुर आ गए।
पुलिस को गुमराह करना चाहता था आरोपी
आरोपी इतना शातिर है कि उसने पुलिस को गुमराह करने के लिए शालिनी के फोन को राहुल से अयोध्या भिजवा दिया और वहां उसे फेंक दिया । आरोपी ने राहुल से कहा था कि मोबाइल को अयोध्या में ऑन कर किसी नाले में फेंक देना, जिससे पुलिस शालिनी को अयोध्या में ढूंढती रहे। आरोपियों के पास से घटना में प्रयुक्त कार और गमछा बरामद हुआ है।
बीते फरवरी में गायब हुई थी शालिनी
आपको बता दें की बीते फरवरी महीने में बर्रा से एक नर्स लापता हो गई थी। मृतका एक निजी अस्पताल में काम करती थी। वह परिवार से अलग रहती थी और उसका घर भी आना जाना कम था। परिजनों ने नर्स के गायब होने की जानकारी पर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मृतका का शव एटा के एक कुएं से बरामद हुआ था जिसके बाद पुलिस ने पड़ताल शुरू की थी और आखिरकार पूरे मामले का खुलासा हुआ।