अतिक्रमण हटाने गई पुलिस टीम पर हमला, महिलाओं-बच्चों को बनाया ढाल; सिटी मजिस्ट्रेट समेत 10 पुलिसकर्मी हुए घायल
आगरा। सरकारी जमीन पर दोबारा किए गए कब्जे को हटाने पहुंची पुलिस और राजस्व टीम पर रविवार शाम को राधा स्वामी सत्संग सभा के सदस्यों ने हमला बोल दिया। गुरिल्ला अंदाज में हमला बोलने वाले सत्संगियों ने महिलाओं और बच्चों को आगे किया। इसके बाद लाठियां लेकर बेटियों को लड़ने भेजा। पुलिस कुछ समझ पाती, उससे पहले हमला कर दिया। पहले पथराव किया और फिर कील लगे लोहे के डंडे बरसाए। पुलिस ने लाठियां चलाकर खदेड़ा, लेकिन दूसरी तरफ से हमला किया गया। हमले में सिटी मजिस्ट्रेट,एसओ समेत दस पुलिसकर्मी व मीडियाकर्मी घायल हो गए। इसके बाद पुलिस प्रशासन बैकफुट पर आ गया। 24 घंटे में जमीन के दस्तावेज तहसील में प्रस्तुत करने का अल्टीमेटम देकर वापस लौट गई। राधास्वामी सत्संग सभा पर मौजा जगनपुर में खसरा नंबर 271, 309, 320 और 297 और खासपुर मौजा में खसरा नंबर 105 में सार्वजनिक रास्तों, श्मशान घाट और खेल के मैदान पर कब्जे के आरोप जांच में सही पाए गए थे।
तहसीलदार सदर न्यायालय के आदेश पर शनिवार को पुलिस और राजस्व टीम ने शनिवार को दो बार छह स्थानों से अवैध कब्जा हटाया। मगर, रात में ही सत्संगियों ने फिर सभी स्थानों पर कब्जा कर लिया। टेनरी चक रोडपर नया गेट लगा दिया। रविवार शाम साढ़े चार बजे पुलिस और पीएसी के साथ राजस्व टीम अवैध कब्जा हटाने के लिए पहुंची। टीम टेनरी चकरोड पर लगे गेट को हटा पाती, उससे पहले सत्संगियों के बीच सेना जैसी आरएएफ लिखी वर्दी में डंडे लेकर खड़ीं युवतियों ने दंड युद्ध का प्रदर्शन शुरू कर दिया। इसके बाद प्रशासन के बुलडोजर(बैकहो लोडर) के आगे महिलाएं और बच्चों को कर दिया। इसी बीच युवतियों ने सामने लाठियां चलाना शुरू कर दिया। डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय और एसीपी ताज सुरक्षा सैयद अरीब अहमद समेत अन्य अधिकारियों ने पहले सत्संगियों के कथित रेपिड एक्शन फोर्स के डंडे हाथों पर लिए।
मगर, पीछे से अन्य सत्संगी भी कील जड़े डंडे लेकर आ गए। ये डंडे ऐसे थे जैसे चीनी सैनिकों ने गलवान घाटी में चलाए थे। पुलिस ने पीछे हटकर कई बार गेट तोड़ने का प्रयास किया, लेकिन हर बार सत्संगियों ने पथराव कर दिया। पुलिस का हल्का बल प्रयोग भी काम नहीं आया। शाम साढ़े छह बजे पुलिस और राजस्व टीम सत्संगियों को 24 घंटे में पेपर दिखाने का अल्टीमेटम देकर वापस चली गई। पथराव में सिटी मजिस्ट्रेट आनंद कुमार और एसओ जगदीशपुरा जितेंद्र सिंह समेत 10 पुलिसकर्मी और लेखपाल राजीव कुमार घायल हुए हैं। अन्य कई अधिकारी और पुलिसकर्मी भी चोटिल हैं। सत्संग सभा द्वारा महिलाओं और बच्चों को आगे किया जा रहा था। इसको देखते हुए उन्हें 24 घंटे में तहसील सदर में पेपर दिखाने को कहा गया है। आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लेकर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।