देर शाम ड्यूटी से घर लौट रहे सिपाही की सड़क हादसे में हुई मौत
उत्तर प्रदेश के मथुरा के नौहझील थाने में तैनात सिपाही की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। 11 जनवरी को उसका शव पैतृक गांव खेड़िया खुर्द पहुंचा तो मातम छा गया। गांव के अलावा आसपास के ग्रामीण भी अंतिम संस्कार में पहुंचे। परिजनों का रोना देख शव के साथ आए पुलिसकर्मी भी अपने आंसू न रोक सके। अंतिम संस्कार के लिए अपने खेतों पर पहुंचने पर गारद ने अपने साथी को सलामी देकर अंतिम विदाई दी। भाजपा जिलाध्यक्ष कृष्णपाल सिंह, थाना प्रभारी पंकज मिश्रा व नौहझील थाना इंस्पेक्टर शैलेंद्र सिंह ने गांव पहुंचकर श्रद्धांजलि देकर परिवार को ढांढस बंधाया। टप्पल क्षेत्र के गांव खेड़िया खुर्द निवासी धर्मेंद्र पुत्र ज्ञानेंद्र (26) की मथुरा के नौहझील थाने में पीआरवी 1938 पर तैनाती थी। 10 जनवरी देर शाम धर्मेंद्र ड्यूटी कर बाइक से अपने गांव लौट रहा था। इसी बीच बाजना मिठ्ठोली रोड स्थित माइनर चेक प्वॉइंट पर नशा किये बाइक सवारों ने उसकी बाइक में टक्कर मार दी।
गंभीरावस्था में तीनों घायलों को पुलिसकर्मियों द्वारा नौहझील स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने सिपाही धर्मेंद्र को मृत घोषित कर दिया। सूचना पाकर परिजन स्वास्थ्य केंद्र पहुंच गए। परिजनों की मौजूदगी में शव का पंचनामा व पोस्टमार्टम करा कर शव को परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। बृहस्पतिवार को नौहझील इंस्पेक्टर की मौजूदगी शव सुरक्षा गारद के साथ गांव पहुंचा। मृतक सिपाही की अंतिम यात्रा में ग्राम व क्षेत्रवासी लोग उमड़ पड़े। मृतक सिपाही के बड़े भाई सेना के जवान सोनू ने अपने पांच वर्षीय बेटे के साथ मिलकर भाई के शव का अंतिम संस्कार किया। युवा पुत्र की मौत से परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। धर्मेंद्र की शादी दो वर्ष पूर्व खैर क्षेत्र के गांव मोहसानपुर निवासी चंचल के साथ हुई थी। जिसका पांच माह का बेटा है। धर्मेंद्र तीन भाइयों में सबसे छोटा था।