प्रतापगढ़। नकली सोना बेचने वालों के पास मिला असली सोना, पुलिस ने 8 लोगों को किया गिरफ्तार
प्रतापगढ़। जेठवारा थाना क्षेत्र के डेरवा बाजार में सोमवार को चौकी प्रभारी बंशीधर राय संदिग्धों की तलाश में निकले थे। पुलिस का दावा है कि जांच के दौरान लोगों से टप्पेबाजी करने वाला गिरोह पुलिस के हाथ लगा। उनके पास से नकली सोने की माला बरामद हुई। पकड़े गए ओडिशा के केंद्र पाड़ा, थाना पोट्टामुंडई के मुडवसन निवासी दिपुना दास की निशानदेही पर उसके पड़ोसी साथी ओख्या दास, केलेस दास, तरिनी, लिली दास, भद्रक बेतरा आर्यन के प्रसन्नता दास उर्फ मुन्ना, जाजपुर के मुड़माल निवासी रामू प्रधान, जाजपुर पूर्वकोर्ट कोरई निवासी नीलकंठ राव को दबोच लिया।
पूछताछ में पकड़े गए टप्पेबाज ने बताया कि लोग ओडिशा से लोकल ट्रेन से आए हैं। ओडिशा से ही खरीदी गई पीतल की पालिसदार माला जो सोने जैसी चमकती है, उसे असली सोना बताकर कम दामों में बेच देते हैं। पहले एक दुकान चिह्नित करते हैं, जहां उनके बीच का कोई सदस्य असली सोने की माला बेचने जाता है। टेस्ट करने पर सही मिलने के बाद दुकानदार उन लोगों से ज्यादा मात्रा में माला खरीदने का प्रयास करता है।
उसे अपने रुकने वाले स्थान पर बुलाकर पीतल वाली माला बेचते हैं। लोगों को भ्रमित करने के लिए माला की पोटली जमीन के नीचे गाड़कर रखते हैं। बाजार मूल्य से आधे दाम पर पीतल को सोना बनाकर बेच देते हैं। बिक्री के बाद जगह छोड़ देते हैं। उन लोगों ने करीब दो साल पहले ऐसे ही पीतल की माला एक स्वर्ण व्यापारी को पांच लाख रुपये में बेची थी। उनके पास से 688 ग्राम नकली सोने की माला, पांच दाना शुद्ध सोना 120 मिलीग्राम, एक मोबाइल, 240 रुपये और पांच नकली आधार कार्ड बरामद किए गए।
एक्सप्रेस ट्रेन से नहीं करते सफर, बेधड़क बोलते हैं हिंदी। पूछताछ में टप्पेबाजों ने बताया कि वे लोग एक्सप्रेस की जगह पैसेंजर ट्रेन से सफर करते हैं। पहले भी वे प्रतापगढ़ आकर सराफ को चूना लगा चुके थे, इसलिए ग्रामीण इलाके को नकली माला बेचने के लिए चुना। सभी बेधड़क हिंदी बोलते हैं। हालांकि डेरवा में दुकानदार को चूना लगाते समय बाजार के लोगों ने ही शंका होने पर कुछ बदमाशों को पकड़कर पुलिस के हवाले किया था।